हिन्दुस्तान मिरर: 25 मार्च:
राजा भैया ने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल के बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सांसद का बयान “सत्य से परे” है और इससे इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश की जा रही है। राजा भैया ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमारे देश के महानायकों को गलत तरीके से खलनायक बताया जा रहा है, जो पूरी तरह से अनुचित है।
राणा सांगा को बताया राष्ट्र और धर्म रक्षक
राजा भैया ने राणा सांगा को राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए एक महान योद्धा बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास में राणा सांगा जैसे वीरों की गाथाएं प्रेरणादायक रही हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ लोग तुष्टिकरण की राजनीति के चलते ऐसे महापुरुषों की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
औरंगजेब की महिमा का किया विरोध
राजा भैया ने औरंगजेब को “आततायी” करार देते हुए कहा कि वह एक क्रूर शासक था, जिसने अपने भाइयों की हत्या कर उनके शव कुत्तों को खिलवा दिए थे। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी कुछ लोग औरंगजेब जैसे आक्रांताओं का महिमामंडन कर रहे हैं।
“देश में औरंगजेब के समर्थक मौजूद”
उन्होंने आगे कहा कि यह चिंता की बात है कि आज भी ऐसे लोग इस देश में मौजूद हैं जो औरंगजेब जैसे शासक को आदर्श मानते हैं। राजा भैया ने अपील की कि इतिहास को सही रूप में प्रस्तुत किया जाए और राष्ट्र के सच्चे नायकों का सम्मान किया जाए।
तुष्टिकरण की राजनीति पर सवाल
राजा भैया ने तुष्टिकरण की राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि देश में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करना खतरनाक प्रवृत्ति है। उन्होंने कहा कि