26/11 हमलों के आरोपी को अमेरिका से लाना भारत की बड़ी कूटनीतिक सफलता
हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 12अप्रैल: 2025,
मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य आरोपियों में शामिल तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित कर लाया गया है। इस बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि पर पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने विदेश मंत्रालय की सराहना करते हुए केंद्र सरकार की तारीफ की है।
प्रत्यर्पण की प्रक्रिया 2009 में शुरू हुई थी: चिदंबरम
चिदंबरम ने कहा कि तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया 2009 में ही यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान शुरू कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि 2011 में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों द्वारा राणा की पहचान किए जाने के बाद इस प्रक्रिया में तेजी आई थी।
सलमान खुर्शीद और रंजन मथाई ने निभाई अहम भूमिका
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि उस समय के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और विदेश सचिव रंजन मथाई ने इस प्रक्रिया में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा, “मैं विदेश मंत्रालय, खुफिया एजेंसियों और एनआईए को इस लंबे और कठिन प्रयास के लिए बधाई देता हूं।”
मोदी सरकार की भूमिका को भी सराहा
चिदंबरम ने यह भी स्वीकार किया कि मौजूदा मोदी सरकार में भी कई अधिकारियों और मंत्रियों ने इस प्रक्रिया को पूरा कराने में भूमिका निभाई। उन्होंने अमेरिका की तत्कालीन और वर्तमान सरकार का भी आभार व्यक्त किया।
भाजपा प्रवक्ताओं की टिप्पणियों को खारिज किया
हालांकि, चिदंबरम ने भाजपा प्रवक्ताओं की ओर से की जा रही राजनीतिक बयानबाजी को नजरअंदाज करते हुए कहा, “मैं भाजपा प्रवक्ताओं को गंभीरता से नहीं लेता। मैं विदेश मंत्रालय या गृह मंत्रालय के आधिकारिक बयान का इंतजार कर रहा हूं।”
एनआईए की 18 दिन की हिरासत में राणा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तहव्वुर राणा को 18 दिनों की हिरासत में ले लिया है। एनआईए को संदेह है कि राणा की संलिप्तता केवल मुंबई हमलों तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के अन्य शहरों में भी वह साजिशों में शामिल रहा हो सकता है। एजेंसी अब उसे देशभर में विभिन्न स्थानों पर ले जाने की योजना बना रही है।