हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: सोमवार 30 जून 2025
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए चार राज्यों – उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश – में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन शुरू कर दिए हैं। पार्टी की योजना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले सभी राज्यों में संगठनात्मक ढांचा पूरी तरह तैयार हो जाए।
उत्तराखंड: महेंद्र भट्ट को मिल सकती है दोबारा कमान
उत्तराखंड में मौजूदा भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र लिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, भट्ट को दोबारा जिम्मेदारी सौंपे जाने की पूरी संभावना है।
हिमाचल प्रदेश: राजीव बिंदल को दोबारा मौका
राजीव बिंदल, जो इस समय हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष हैं, ने भी दोबारा नामांकन किया है। पार्टी की योजना है कि संगठन में निरंतरता बनाए रखते हुए उन्हें फिर से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया जाए।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नए चेहरे
तेलंगाना में भाजपा संगठन को मजबूत करने के लिए के. रामचंद्र राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी है। वहीं, आंध्र प्रदेश में बीजेपी और टीडीपी के गठबंधन के तहत पीवीएन माधव को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया है।
अब तक 14 राज्यों में प्रक्रिया पूरी
भाजपा ने साफ किया है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति से पहले कम से कम 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होने चाहिए। अब तक 14 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उत्तराखंड, हिमाचल, तेलंगाना और आंध्र में नामांकन के बाद यह संख्या 18 हो जाएगी। इसके बाद केवल एक राज्य बचेगा।
क्या है भाजपा की प्राथमिकता?
भाजपा चाहती है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों में संगठनात्मक चुनाव संपन्न हों और प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव आपसी सहमति से हो जाए। इससे पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि आंतरिक लोकतंत्र और संगठनात्मक मजबूती उसके लिए सर्वोपरि हैं।