वक्फ (संशोधन) विधेयक पर ममता बनर्जी का बयान: अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का भरोसा, विभाजन की राजनीति को सिरे से खारिज किया
हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 9 अप्रैल: 2025:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में वक्फ (संशोधन) विधेयक पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य की अल्पसंख्यक आबादी को आश्वस्त किया है कि उनकी सरकार उनकी सुरक्षा और अधिकारों की पूरी जिम्मेदारी लेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि बंगाल में किसी भी तरह का सामाजिक या धार्मिक विभाजन नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वक्फ अधिनियम के हालिया संशोधनों से उत्पन्न हुई चिंताओं को वे समझती हैं और राज्य में इसके कारण किसी भी प्रकार की असुरक्षा या तनाव की स्थिति नहीं बनने दी जाएगी। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर परिस्थिति पर नजर रखे हुए है और किसी भी समुदाय के हितों से समझौता नहीं किया जाएगा।
ममता बनर्जी ने अपने बयान में बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए कहा, “आप बांग्लादेश की स्थिति को देखिए। वक्फ विधेयक को अभी पारित नहीं किया जाना चाहिए था।” उनके अनुसार, इस तरह के विधेयकों को पारित करने से पहले विस्तृत चर्चा और समाज के सभी वर्गों की राय लेना ज़रूरी था।
गौरतलब है कि वक्फ (संशोधन) विधेयक को हाल ही में संसद के दोनों सदनों से पारित कर दिया गया है। यह विधेयक बृहस्पतिवार को लोकसभा से और शुक्रवार को राज्यसभा से मंजूर हुआ। इसके बाद शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस पर अपनी अंतिम मुहर लगा दी।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच ममता बनर्जी का यह बयान पश्चिम बंगाल के राजनीतिक और सामाजिक वातावरण में शांति और समरसता बनाए रखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्य बिंदु:
- ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का भरोसा जताया।
- वक्फ विधेयक को लेकर लोगों की चिंताओं को समझने की बात कही।
- किसी भी तरह के सामाजिक विभाजन को रोकने का संकल्प।
- बांग्लादेश की स्थिति का हवाला देते हुए विधेयक पारित करने के समय पर सवाल।