हिन्दुस्तान मिरर न्यूज,28 जून 2025
अलीगढ़।
अब सरकारी प्राथमिक स्कूलों में भी नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए प्ले ग्रुप और यूकेजी जैसी पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं की पढ़ाई शुरू होगी। यह पहल निजी स्कूलों की तर्ज पर की जा रही है ताकि सरकारी विद्यालयों की गुणवत्ता और आकर्षण में वृद्धि हो सके। इस योजना को ‘बाल वाटिका’ के माध्यम से लागू किया जा रहा है।
जिले के कुल 2115 परिषदीय विद्यालयों में अब बच्चों को रोचक गतिविधियों के ज़रिए अंक और शब्दों का ज्ञान दिया जाएगा। इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बच्चों को प्राथमिक शिक्षा से पहले मजबूत बुनियाद देना है। नीति के अनुसार कक्षा-1 में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु 6 वर्ष निर्धारित की गई है, इसलिए पूर्व-प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य मानी जा रही है।
जिन स्कूलों में पहले से आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं, वहां अब बाल वाटिका 1 से लेकर बाल वाटिका 3 तक की गतिविधियाँ चलाई जाएंगी। इन बच्चों को अन्य छात्रों की तरह मिड डे मील (दोपहर का भोजन) जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह पहल बच्चों में प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत बनाएगी और उन्हें शुरू से ही स्कूल के माहौल से जोड़ने में मदद करेगी। यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच दोनों को बेहतर बनाएगा।
इस योजना से उम्मीद की जा रही है कि परिषदीय विद्यालय अब निजी स्कूलों के समकक्ष प्रतिस्पर्धा में खड़े हो सकेंगे और माता-पिता अपने बच्चों के लिए सरकारी स्कूलों को भी एक बेहतर विकल्प मानेंगे।