हिन्दुस्तान मिरर न्यूज
अलीगढ़, 04 जुलाई 2025स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अलीगढ़ जिले में 1 जुलाई से 15 जुलाई 2025 तक विशेष स्कूली वाहन जांच अभियान जारी है। यह अभियान उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त, लखनऊ के निर्देश पर संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बच्चों की सुरक्षित परिवहन व्यवस्था को सुनिश्चित करना है।
अभियान के अंतर्गत जिले भर में स्कूली वाहनों के पंजीकरण, फिटनेस, बीमा, परमिट और प्रदूषण प्रमाण पत्रों की गहनता से जांच की जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को किए गए प्रवर्तन कार्यों के दौरान कुल 31 स्कूली वाहनों के चालान किए गए, जबकि 12 वाहन निरुद्ध किए गए।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवेश कुमार ने कार्रवाई करते हुए 10 वाहनों के चालान किए और 4 वाहनों को सीज किया। वहीं यात्रीकर अधिकारी डॉ. ज्योति मिश्रा द्वारा 19 वाहनों के चालान और 7 को निरुद्ध किया गया। इसी प्रकार, मथुरा प्रसाद, यात्रीकर अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान 3 वाहनों के चालान और 1 वाहन को सीज किया।
इसके अतिरिक्त, इगलास तहसील के अंतर्गत 8 स्कूलों के 20 स्कूली वाहनों की जांच की गई। यह कार्य संभागीय निरीक्षक प्राविधिक चम्पालाल एवं अनुराग सिंह वर्मा द्वारा संपन्न किया गया। इस जांच में पाया गया कि 4 वाहनों की फिटनेस समाप्त हो चुकी थी। संबंधित स्कूलों को तत्काल फिटनेस नवीनीकरण कराने के निर्देश दिए गए। वहीं, 4 अन्य वाहन खराब अवस्था में पाए गए, जिनके पंजीकरण निरस्तीकरण की कार्रवाई के लिए संबंधित स्कूल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है।
परिवहन अधिकारी दीपक कुमार शाह ने स्पष्ट किया कि स्कूली बच्चों के परिवहन में फिटनेस समाप्त या अपूर्ण दस्तावेज वाले वाहनों का उपयोग किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल प्रबंधन और वाहन स्वामी यह सुनिश्चित करें कि उनके वाहनों के सभी दस्तावेज अद्यतित हों और वे पूर्ण रूप से फिट हों।
साथ ही, सड़क सुरक्षा को लेकर वाहन चालकों और स्कूली बच्चों को जागरूक भी किया जा रहा है। स्कूली वाहनों की जांच के दौरान सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन पर विशेष बल दिया जा रहा है।
श्री शाह ने आगे बताया कि यह अभियान परिवहन आयुक्त के सख्त निर्देशों के अनुपालन में संचालित हो रहा है और जिलेभर में गहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने सभी स्कूलों से अनुरोध किया कि वे कानून के अनुसार अपने सभी दस्तावेज पूरे रखें, ताकि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
यह अभियान न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से एक बड़ी पहल है, बल्कि यह स्कूली बच्चों की सुरक्षा के प्रति सरकार की गंभीरता और प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। आने वाले दिनों में यह चेकिंग अभियान और भी सख्ती से चलाया जाएगा।
स्कूली वाहनों की इस सघन जांच मुहिम का उद्देश्य साफ है—बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।