हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
ग्रेटर नोएडा के जारचा क्षेत्र के सैथली गांव में हुए दोहरे हत्याकांड से जुड़े मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अलीगढ़ कोर्ट से एक आरोपी को जबरन खींचकर ले जाने की घटना के बाद पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को कड़ी कार्रवाई की। कोतवाली प्रभारी को लाइन हाजिर करते हुए चार सब-इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।
यह मामला दीवाली के दिन हुआ था, जब सीआरपीएफ के सब-इंस्पेक्टर अजयपाल और उनके भतीजे दीपांशु की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताया गया कि गांव में नाली से पानी की निकासी को लेकर विवाद हुआ था, जो खूनी झड़प में बदल गया। घटना के बाद मुख्य आरोपी ने बुलंदशहर में और एक अन्य आरोपी ने गाजियाबाद में आत्मसमर्पण किया था। वहीं, दो आरोपी अलीगढ़ कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे थे।
अलीगढ़ कोर्ट में सरेंडर की सूचना मिलने पर जारचा और दादरी कोतवाली पुलिस वहां पहुंची। इसी दौरान पुलिस और वकीलों के बीच तीखी खींचतान हो गई। पुलिस ने एक आरोपी सचिन को वकीलों की कस्टडी से जबरन खींचकर ले लिया, जबकि दूसरा आरोपी बॉबी कोर्ट में ही पेश हो गया। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसके बाद वकीलों ने पुलिस पर कार्रवाई की मांग की और आंदोलन की चेतावनी दी।
अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने इस प्रकरण में जिला जज के माध्यम से हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन भेजा। इसके बाद जिला जज ने रिपोर्ट तैयार कर जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। घटना के बाद दीवानी न्यायालय की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई।
दीवानी परिसर में सुरक्षा एसएसएफ (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के हवाले थी, लेकिन वे पुलिस के इस अनाधिकृत प्रवेश को रोकने में नाकाम रहे। जांच में लापरवाही मिलने पर एसएसएफ के कमांडेंट को निर्देश दिया गया कि संबंधित कर्मियों पर तीन दिन में कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करें। अपर पुलिस आयुक्त राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटना न दोहराई जाए, इसके लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।

















