हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 28 मई 2025 अलीगढ़
अलीगढ़। बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ चल रहा आंदोलन अब व्यापक जनसमर्थन हासिल कर रहा है। मंगलवार को अलीगढ़ में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयुक्त नेतृत्व में लाला वटर्जी कार्यालय पर एक विरोध सभा आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों बिजली कर्मचारी शामिल हुए।
सभा को संबोधित करते हुए बिजली एम्प्लॉइज यूनियन के नेता कॉमरेड सुरेंद्र सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त सचिव कॉमरेड चंदपाल सिंह, अलीगढ़ किसान सभा के नेता कॉमरेड इदरीस और यूपीएमएसआरए के वरिष्ठ नेता कॉमरेड दुर्गेश राजकुमार ने कहा कि यदि बिजली निजी हाथों में चली गई, तो इसका सीधा असर आम जनता और खासकर किसानों पर पड़ेगा।
कॉमरेड सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जैसे कश्मीर में आतंकी हमलों के बाद निजी एयरलाइनों ने टिकटों के दाम कई गुना बढ़ा दिए, वैसी ही स्थिति बिजली के मामले में भी हो सकती है। कॉमरेड चंदपाल सिंह और इदरीस ने चेताया कि निजीकरण के बाद किसानों को सिंचाई के लिए मिलने वाली बिजली महंगी हो जाएगी, जिससे छोटे किसान पूरी तरह बर्बाद हो सकते हैं।
कॉमरेड दुर्गेश राजकुमार ने इसे श्रमिकों के अधिकारों पर सीधा हमला करार दिया। कार्यक्रम के संयोजक राहुल बाबू कटियार ने कहा कि यह आंदोलन अब केवल बिजली कर्मचारियों का नहीं रहा, बल्कि एक जनआंदोलन बन चुका है।
सभा में जूनियर इंजीनियर पीयूष सारस्वत, दीपक कुमार, राजन सिंह, किशन सिरूप, कोमल, दिनेश शर्मा, राजीव कुमार, ई. गजराज सिंह, निश्चल कुमार, अविनाश कुमार, वीरभद्र सत्यार्थी और अवर अभियंता शशांक अग्रवाल सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।













