हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ बुधवार 28 मई 2025
कौशांबी (उत्तर प्रदेश), 28 मई 2025: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक बेहद दर्दनाक और चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां अवैध रूप से संचालित एक अस्पताल में इलाज के दौरान छह साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई। यह घटना जिले के सिरियावा कला गांव की है, जहां दो झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली।
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या (IPC 304) का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पीड़ित पिता राम आसरे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके छह वर्षीय बेटे को चार महीने पहले पैर में चोट लगी थी। इलाज के दौरान स्थानीय अस्पताल में बच्चे के पैर में इंट्रामेडुलरी रॉड लगाई गई थी। जब रॉड निकालने की जरूरत पड़ी, तो परिवार को विश्वास में लेकर खुद को “सर्जन” बताने वाले विकास कुमार (26 वर्ष) और विशेष कुमार (25 वर्ष) ने बिना किसी योग्य डॉक्टर की मौजूदगी के ऑपरेशन कर दिया।
ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में रक्तस्राव और संक्रमण हो गया, जिससे बच्चे की हालत बिगड़ती चली गई और अंततः उसकी मौत हो गई।
अस्पताल था अवैध, डॉक्टर थे बिना डिग्री
CO चायल सत्येंद्र प्रसाद तिवारी के अनुसार, जांच में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी बिना किसी मान्यता प्राप्त मेडिकल डिग्री के अस्पताल चला रहे थे। उन्होंने चार साल पहले ‘अनमोल अस्पताल’ नाम से एक निजी अस्पताल खोला था, जिसका लाइसेंस इनके किसान भाई संजय कुमार के नाम पर था।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. संजय कुमार ने बताया कि यह अस्पताल पहले भी अवैध संचालन के चलते सील किया जा चुका था, लेकिन दोनों आरोपियों ने नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए इसे दोबारा खोल लिया।
घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग अब जिले में चल रहे सभी अवैध अस्पतालों और फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सघन जांच और कार्रवाई की तैयारी में है।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे इलाज के लिए केवल पंजीकृत और योग्य डॉक्टरों पर ही विश्वास करें, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।