हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शनिवार 31 मई 2025 अलीगढ़
अलीगढ़। बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत शुक्रवार को अलीगढ़ में अभियंताओं और कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। “वर्क टू रूल” अभियान के तहत अधिशासी अभियंताओं ने शाम पांच बजे के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग से खुद को अलग कर लिया और कार्यालय से बाहर निकल गए। सभी प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर में निजीकरण के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ने का संकल्प दोहराया।
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार और प्रबंधन बिना ठोस आधार के निजीकरण को उचित ठहराने की कोशिश कर रहे हैं, जो पूरी तरह जनविरोधी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली नीति है। उन्होंने कहा कि बिजली जैसी मूलभूत सेवा को निजी हाथों में सौंपना आम जनता, किसानों और कर्मचारियों—तीनों के हितों के खिलाफ है।
वक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ अधिशासी अभियंताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, जो एकतरफा, दमनात्मक और अलोकतांत्रिक कदम होगा। संयुक्त संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी कर्मचारी पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की गई तो पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और पावर कॉरपोरेशन की होगी।
सभा में वक्ताओं ने आगरा के वितरण क्षेत्र को टोरेंट कंपनी को सौंपने के उदाहरण को सामने रखते हुए कहा कि वहाँ न केवल अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन हुआ है, बल्कि कॉरपोरेशन को अपेक्षित भुगतान भी नहीं किया गया है। यह दर्शाता है कि निजीकरण का हर मॉडल असफल और जनविरोधी रहा है।
प्रदर्शन में विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन, संयुक्त संघ यूपीएमएसआरए, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन, किसान सभा सहित अनेक जनसंगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
प्रमुख उपस्थित लोग:
प्रदीप शर्मा, पीयूष सारस्वत, अधिशासी अभियंता राहुल कटियार, गजराज सिंह, विनीत कुमार, किसान सभा से इदरीस, राजकुमार धूसिया, ओपी शर्मा, अतुल कुमार, सुनील शर्मा, पंकज तिवारी, योगेंद्र कुमार, राधाकिशन, शशांक कुमार, प्रशांत प्रजापति, केशव माहेश्वरी, प्रेमचंद्र गोला, पतंजलि उपाध्याय, प्रशांत आर्य, दीपक कुमार, चंचल आदि।













