हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:5 जुलाई 2025
ग्रेटर नोएडा की यमुना सिटी में चल रहे विकास कार्यों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह सक्रिय हो गई है। शनिवार को राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की, जिसमें जेवर एयरपोर्ट, मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, फिनटेक सिटी समेत कई योजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई।
स्टेट ऑफ द आर्ट अस्पताल की स्थापना
सबसे अहम घोषणा जेवर एयरपोर्ट क्षेत्र में एक अत्याधुनिक “स्टेट ऑफ द आर्ट” अस्पताल की स्थापना को लेकर हुई। मंत्री नंदी ने कहा कि यह अस्पताल वैश्विक स्तर की मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। देश-विदेश की नामी हेल्थकेयर कंपनियों को भूखंड आवंटन में प्राथमिकता दी जाएगी ताकि एक विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान की स्थापना सुनिश्चित की जा सके।
45000 करोड़ के निवेश, 1.32 लाख को रोजगार
यमुना प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के अंतर्गत 280 परियोजनाओं को 45,148.41 करोड़ रुपये के निवेश के साथ आवंटन किया गया है। इससे अनुमानित 1.32 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। प्राधिकरण ने 43,750 करोड़ के लक्ष्य को पार कर लिया है। आवंटियों को एलओआई (लेटर्स ऑफ इंटेंट) जारी हो चुकी है और उन्हें शीघ्र भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।
फिल्म सिटी का पहला चरण 3 साल में पूरा होगा
सेक्टर 21 में बन रही फिल्म सिटी की भी प्रगति पर चर्चा हुई। इसका निर्माण मैसर्स वेव्यू भूटानी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। कंपनी को भूमि का कब्जा सौंपा जा चुका है। फिल्म सिटी का पहला चरण 230 एकड़ में 1095 दिनों (लगभग 3 साल) में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मेडिकल डिवाइस और सेमीकंडक्टर यूनिट का विकास
सेक्टर 28 में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है जिसमें 89 भूखंडों का आवंटन हो चुका है और 6 यूनिट्स पर काम शुरू है। वहीं, सेक्टर 10 में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC 2.0) योजना के तहत हैवल्स लिमिटेड समेत कई कंपनियों को एलओआई जारी की गई है। उत्तर भारत की पहली सेमीकंडक्टर यूनिट यहीं स्थापित की जा रही है, जिसमें फॉक्सकॉन और एचसीएल का संयुक्त प्रोजेक्ट शामिल है।
डाटा सेंटर और फिनटेक सिटी का विकास
सेक्टर 28 में डाटा सेंटर पार्क और नया आईटी-आईटीईएस पार्क भी विकसित किया जा रहा है। इसके साथ ही 350 एकड़ क्षेत्र में फिनटेक सिटी के विकास की योजना भी प्रगति पर है, जो पीपीपी मॉडल पर बनेगी।
टॉय पार्क, एमएसएमई और अपैरल पार्क
सेक्टर 33 में टॉय पार्क में अब तक 140 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। इसके अलावा हेंडीक्राफ्ट, फर्नीचर, अपैरल और एमएसएमई सेक्टर से जुड़ी परियोजनाएं अन्य सेक्टरों में विकसित की जा रही हैं, जो छोटे और मध्यम उद्योगों को गति देने में मदद करेंगी।
अन्य बड़े प्रोजेक्ट्स : मथुरा और आगरा में योजना
मथुरा में राया अर्बन सेंटर के अंतर्गत पीपीपी मॉडल पर हेरीटेज सिटी की योजना बनाई गई है। वहीं, आगरा में 12,000 हेक्टेयर क्षेत्र में अर्बन सेंटर का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसे ‘न्यू आगरा’ नाम दिया जाएगा।
स्मार्ट गांव, तालाब सौंदर्यीकरण और शिक्षा पर फोकस
समीक्षा बैठक में मंत्री नंदी ने स्मार्ट विलेज योजना, तालाबों के सौंदर्यीकरण, गौशालाओं के सुचारु संचालन और विद्यालयों के कायाकल्प की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी योजनाओं को समय पर पूरा करें और युवाओं को स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराया जाए ताकि वे अन्य शहरों की ओर पलायन न करें।
यमुना सिटी अब सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि उत्तर भारत के सबसे बड़े औद्योगिक, मेडिकल और मीडिया हब में बदलने की ओर अग्रसर है। जेवर एयरपोर्ट, मेडिकल पार्क, फिल्म सिटी और अन्य परियोजनाएं आने वाले वर्षों में ग्रेटर नोएडा को वैश्विक निवेश और रोजगार के बड़े केंद्र के रूप में स्थापित करेंगी।