विधायक पूजा पाल: सीएम योगी की तारीफ पर सपा से निष्कासित, जानिए उनकी पूरी कहानी
कौशांबी की चायल सीट से विधायक पूजा पाल इन दिनों सुर्खियों में हैं। समाजवादी पार्टी ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बाहर का रास्ता दिखा दिया है। असल वजह विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुलकर तारीफ करना बनी। पूजा ने कहा था कि सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस नीति ने उनके पति और पूर्व विधायक राजू पाल के हत्यारे अतीक अहमद को खत्म कर न्याय दिलाया।
कौन हैं पूजा पाल?
पूजा पाल वर्तमान में कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनका राजनीतिक सफर बेहद संघर्षपूर्ण रहा है। वह इलाहाबाद पश्चिम से विधायक रहे राजू पाल की पत्नी हैं, जिनकी 2005 में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। हत्या से सिर्फ 11 दिन पहले पूजा और राजू की शादी हुई थी।
राजू पाल की हत्या के पीछे आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा था। कहा गया कि 2004 के विधानसभा चुनाव में अतीक के भाई मोहम्मद अशरफ को हराने के बाद बदला लेने के लिए यह हत्या की गई।
राजनीति में कदम और शुरुआती हार-जीत
पति की हत्या के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने पूजा को राजनीति में उतारा। 2005 के उपचुनाव में उन्हें अशरफ से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 2007 में मायावती ने उन्हें शहर पश्चिम से टिकट दिया, और उन्होंने जीत दर्ज की। 2012 में भी वह इसी सीट से जीतीं।
2017 में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार से हार मिली, जिसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने उन्हें चायल सीट से उतारा और उन्होंने जीत हासिल की।
निजी जीवन और दूसरी शादी
2022 के नामांकन के दौरान यह खुलासा हुआ कि पूजा ने अंतर्जातीय विवाह किया है और उनके पति का नाम बृजेश वर्मा है। पूजा करोड़पति विधायक मानी जाती हैं और दो बार BSP के टिकट पर प्रयागराज पश्चिम से जीत चुकी हैं।
पहले भी लगे पार्टी विरोधी आरोप
पूजा का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन्होंने यूपी में हुए राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी। तब तीन विधायकों को पार्टी से बाहर किया गया, लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया। इससे पहले वह प्रयागराज की फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में नजर आई थीं।

सीएम योगी की तारीफ पर मचा बवाल
विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट पर 24 घंटे की चर्चा के दौरान पूजा ने कहा:
“पूरा सदन जानता है कि मेरे पति की हत्या कैसे और किन लोगों ने की। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देती हूं जिन्होंने मेरे बरसों से छुपे आंसू देखे और न्याय दिलाया। प्रयागराज के कई पीड़ित परिवारों को भी सीएम ने न्याय दिलाया है।”
यही बयान सपा के लिए असहनीय साबित हुआ और उन्होंने पूजा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में तुरंत निष्कासित कर दिया।