हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
सियासी ‘कल्याण’ की बिसात: 21 अगस्त को अलीगढ़ में जुटेगा लोध समाज
पुण्यतिथि से सियासत तक
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की चतुर्थ पुण्यतिथि को भाजपा ने हिंदू गौरव दिवस का रूप दिया है। यह आयोजन केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि 2026 पंचायत चुनाव और सपा के पीडीए फार्मूले की काट का भी हिस्सा है।

कल्याण सिंह की राजनीतिक विरासत
कल्याण सिंह दो बार यूपी के मुख्यमंत्री बने। वे कड़क प्रशासक के रूप में जाने जाते थे। नकल पर रोक, माफियाओं के खिलाफ अभियान और यूपी एसटीएफ की स्थापना उनके कार्यकाल की पहचान बनी। बाबरी विध्वंस के बाद त्यागपत्र देकर उन्होंने अपनी नैतिकता को भी साबित किया।
भाजपा की रणनीति और लोध वोट बैंक
भाजपा की कोशिश है कि लोध समाज और ओबीसी वोट बैंक को अपने पाले में बनाए रखा जाए। हिंदू गौरव और कल्याण सिंह की छवि को आगे रखकर भाजपा आगामी चुनावों में मजबूती पाना चाहती है।

तालानगरी में तैयारियां
21 अगस्त को अलीगढ़ के तालानगरी में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं। रघुनाथ पैलेस में बैठक कर शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह और पूर्व सांसद राजवीर सिंह ने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी।
लोध समाज का अगला नेता कौन?
कल्याण सिंह के बाद लोध समाज का निर्विवाद नेता कौन होगा, यह अब भी बड़ा सवाल है। पुत्र राजवीर सिंह और पौत्र संदीप सिंह को भाजपा आगे कर रही है, लेकिन उनके कद का चेहरा अभी सामने नहीं आया है।