हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
केंद्र सरकार ने सिक्किम कैडर के 2005 बैच के IAS अधिकारी आंजनेय सिंह की उत्तर प्रदेश में प्रतिनियुक्ति (Deputation) को सातवीं बार बढ़ा दिया है। अब वह अगस्त 2026 तक यूपी में कार्यरत रहेंगे। हाल ही में वह मुरादाबाद के मंडलायुक्त थे और 14 अगस्त 2025 को उनकी प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त होने पर उन्होंने चार्ज जिलाधिकारी मुरादाबाद अनुज सिंह को सौंपकर रिलीव भी कर दिया था। नियम अनुसार रिलीव होने के बाद उन्हें 60 दिन की आधिकारिक छुट्टी मिल गई थी।
रामपुर और मुरादाबाद में रहे सुर्खियों में
आंजनेय सिंह यूपी में अपनी सख्त प्रशासनिक छवि के लिए जाने जाते हैं। वह रामपुर के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं, जहां समाजवादी पार्टी नेता आजम खान से उनकी कई बार टकराव की स्थिति बनी। आजम खान ने उन पर अभद्र टिप्पणी भी की थी। इसी दौरान उनके कार्यकाल में आजम खान और उनके करीबियों पर कई मुकदमे दर्ज हुए। यही वजह रही कि योगी सरकार में वह बेहद लोकप्रिय अफसर के तौर पर देखे जाते हैं।
2021 से मुरादाबाद के मंडलायुक्त
आंजनेय सिंह को 2021 में रामपुर के जिलाधिकारी पद से प्रमोशन देकर मुरादाबाद का मंडलायुक्त बनाया गया था। इस मंडल में रामपुर भी आता है, जिससे वह लगातार चर्चा में बने रहे। प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद उनके सिक्किम कैडर लौटने की अटकलें थीं, लेकिन योगी सरकार की सिफारिश और प्रयासों से उनकी सेवा अवधि एक साल और बढ़ा दी गई।
अखिलेश सरकार में आए थे यूपी
आंजनेय सिंह पहली बार 2005 में अखिलेश यादव सरकार के समय सिक्किम से उत्तर प्रदेश प्रतिनियुक्ति पर आए थे। तब से वह लगातार यूपी की प्रशासनिक व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
योगी सरकार के प्रयास से 7वीं बार Deputation
उत्तर प्रदेश सरकार ने जुलाई 2025 में ही केंद्र से उनकी प्रतिनियुक्ति बढ़ाने का अनुरोध किया था, लेकिन तब इसे मंजूरी नहीं मिली थी। अब योगी सरकार के प्रयासों से यह विस्तार मंजूर हो गया। इसे आंजनेय सिंह की न्यायप्रिय और कड़ी कार्रवाई वाली छवि का सम्मान माना जा रहा है।