हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 27 अगस्त 2025। जिले की 13 बहू-बेटियों ने कड़ी मेहनत और लगन से सरकारी सेवा में प्रवेश कर नया इतिहास रचा है। निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के तहत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित इन महिलाओं को बाल विकास विभाग में मुख्य सेविकाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से लखनऊ लोक भवन में हुए राज्यस्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण अलीगढ़ कलैक्ट्रेट में किया गया, जहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने चयनित महिलाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय सिंह ने की। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” की परिकल्पना आज साकार हो रही है। वहीं, विधायक छर्रा ठा. रवेंद्र पाल सिंह ने कहा कि मेहनत और योग्यता के बल पर बेटियां आज सरकारी सेवाओं में अपनी जगह बना रही हैं। विधायक इगलास राजकुमार सहयोगी ने मुख्य सेविकाओं से अपेक्षा की कि वे ईमानदारी और समर्पण से कार्य कर प्रदेश सरकार की मंशा को पूरा करेंगी।
इस मौके पर गोंडा ब्लॉक से चयनित अभ्यर्थी प्राची ने कहा कि इस दिन का वह बेसब्री से इंतजार कर रही थीं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और ग्राम प्रधान कालू भैया को दिया। वहीं गंगीरी ब्लॉक की सुश्री अंतिम ने कहा कि यह नियुक्ति उनके पति रणवीर सिंह का सपना था, जिसे आज उन्होंने पूरा किया है।
जिलाधिकारी संजय रंजन ने कहा कि मुख्य सेविकाओं से अपेक्षा है कि वे मां यशोदा की भांति बच्चों की देखभाल करेंगीं और विभागीय जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करेंगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कांत राय ने विश्वास जताया कि इनके जुड़ने से बाल विकास और महिला कल्याण योजनाओं के क्रियान्वयन को नई गति मिलेगी।
नियुक्त अभ्यर्थी
कु. प्राची, सुश्री अंतिम, कु. कल्पना, नीरू, श्वेता कुमारी, सपना, नीतू, रेनू, कु. डॉली, राशि, अलका रानी, कु. ललित और हेमलता।
इस अवसर पर सभी सीडीपीओ, डीसी राघवेंद्र सिंह, अधिकारी-कर्मचारी एवं परिजन उपस्थित रहे। यह अवसर न केवल महिलाओं की उपलब्धि का प्रतीक बना, बल्कि अलीगढ़ की बेटियों की नई पहचान भी गढ़ गया।