हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
नोएडा: अब नागपुर का संतरा, नासिक का प्याज और गुजरात का ताजा दूध सिर्फ 10–12 घंटे में दिल्ली एनसीआर पहुंच रहे हैं। इसका मुख्य कारण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) और उसके तहत चल रही ट्रक ऑन ट्रेन सेवा है। पहले यह यात्रा 2–3 दिन लेती थी, लेकिन अब फसल और डेयरी उत्पाद समय पर और सुरक्षित तरीके से पहुंच रहे हैं।
पूर्वी और पश्चिमी कॉरिडोर पर यह सेवा कारोबारियों और किसानों के लिए क्रांतिकारी साबित हुई है। गुजरात के पालनपुर से हरियाणा के रेवाड़ी तक दूध ट्रक में भरकर मालगाड़ी से पहुंचाया जा रहा है। 2024-25 में 18,309 वैगनों में 730 ट्रिप्स पूरी की गईं, और इस साल संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
DFC और ट्रक ऑन ट्रेन सेवा से न केवल ढुलाई का समय और लागत कम हुई है, बल्कि फसलों की गुणवत्ता भी बरकरार रहती है। अब किसान अपने उत्पाद सीधे मुंबई, कोलकाता और गुजरात की थोक मंडियों तक भेज सकते हैं। सड़क मार्ग पर समय ज्यादा लगता था और फसल खराब होने का खतरा रहता था।
इस सेवा के जरिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और बिहार के किसान भी अपने फल-सब्जियां तय समय पर बाजार तक भेज सकते हैं, जिससे उन्हें उचित मूल्य मिलता है और व्यापार आसान हो गया है।
यह पहल न सिर्फ किसानों की आमदनी बढ़ा रही है, बल्कि देश की आर्थिक गतिविधियों और आपूर्ति श्रृंखला को भी मजबूती दे रही है।













