लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता आजम खान की मुलाकात को विपक्षी एकता की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि आजम खान समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से हैं और पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच भाईचारे जैसा संबंध रहा है। अखिलेश यादव का आजम खान से मिलना पार्टी के लिए लाभदायक साबित होगा, क्योंकि आजम खान का अनुभव और मार्गदर्शन सपा को नई दिशा देगा।
अजय राय ने कहा कि यह मुलाकात न केवल सपा के भीतर एकता का प्रतीक है, बल्कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के लिए भी मजबूती का संकेत है। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष अब भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर 2025 और 2026 के चुनावों में प्रभावी भूमिका निभाएगा।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अजय राय ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में भाजपा की स्थिति कमजोर है। उनके सहयोगी दल असहज हैं और अंदरूनी मतभेदों से जूझ रहे हैं। जबकि इंडिया गठबंधन पूरी तरह तैयार है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेगा।
बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए अजय राय ने कहा कि कांशीराम ने दलितों के अधिकारों की लड़ाई के लिए बसपा की स्थापना की थी, लेकिन मायावती ने उनकी विचारधारा से समझौता कर लिया। उन्होंने कहा कि मायावती की नीतियां अब दलित विरोधी हैं और भाजपा के समर्थन में काम कर रही हैं।
वहीं, कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने बताया कि बिहार चुनाव में इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति लगातार बैठकें कर रही है और सीट बंटवारे पर जल्द ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।