हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14अप्रैल: 2025,
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह के मुख्य शिखर पर सतुआ संक्रांति के पावन अवसर पर कलश स्थापना की गई। वैदिक विधि-विधान से तीन आचार्यों ने कलश पूजन कर स्थापना सम्पन्न करवाई। यह ऐतिहासिक क्षण मंदिर निर्माण कार्य की एक अहम प्रगति को दर्शाता है।
16 अन्य मंदिरों पर भी होगी कलश स्थापना
राम जन्मभूमि परिसर में मुख्य राम मंदिर के अलावा बन रहे अन्य 16 मंदिरों के शिखरों पर भी कलश स्थापित करने की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। जैसे-जैसे मंदिरों के शिखर पूर्ण होते जाएंगे, कलश स्थापना का कार्य चरणबद्ध रूप से किया जाएगा।
चार किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार का होगा निर्माण, 18 महीने में होगी पूरी
राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि परिसर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगभग चार किलोमीटर लंबी सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी। यह निर्माण इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के माध्यम से किया जाएगा और इसे 18 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सुरक्षा दीवार की ऊंचाई और स्वरूप तय
दीवार की ऊंचाई और स्वरूप को लेकर अंतिम निर्णय ले लिया गया है। मिट्टी का सॉइल टेस्ट भी जल्द शुरू होगा, जिसके बाद निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी।
यात्रियों के लिए बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं
राम मंदिर परिसर में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 10 एकड़ भूमि पर एक नया यात्री सुविधा केंद्र बनाया जा रहा है। इसमें शू रैक और 62 काउंटर बनाए जाएंगे, जहां श्रद्धालु अपना सामान सुरक्षित रख सकेंगे।
रामभक्तों के लिए बनेगा साधना स्थल, धार्मिक गतिविधियों का होगा आयोजन
इसी 10 एकड़ भूमि में एक साधना स्थल या कहें तो एक धार्मिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यहां श्रद्धालु पूजा-अर्चना और साधना कर सकेंगे। इस पार्क को कुबेर टीला स्थित पार्क से भी जोड़ा जाएगा ताकि हरियाली बनी रहे और परिसर में एक प्राकृतिक वातावरण स्थापित हो।
राम मंदिर की मिट्टी वितरण पर आई सफाई
भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष ने राम जन्मभूमि की मिट्टी वितरित किए जाने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मिट्टी का प्रयोग केवल पटाई के कार्यों में परिसर के अंदर ही किया जा रहा है। जन्मभूमि की मिट्टी पूजनीय है और उसे कहीं बाहर ले जाने की योजना नहीं है, ताकि आस्था को कोई ठेस न पहुंचे।