हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 16 अप्रैल: 2025,
लखनऊ, यूपी:
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने यह पत्र लिखकर अखिलेश यादव की सुरक्षा में तत्काल बढ़ोतरी और एनएसजी (NSG) कवर को पुनः बहाल करने की मांग की है।
NSG सुरक्षा हटाए जाने पर जताई नाराजगी
पत्र में कहा गया है कि पहले अखिलेश यादव को Z+ श्रेणी की सुरक्षा के साथ-साथ NSG ‘ब्लैक कैट’ कमांडो द्वारा सुरक्षा प्राप्त थी, लेकिन बाद में उनकी NSG सुरक्षा को हटा दिया गया। सपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और इसके नेता को देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार यात्रा करनी पड़ती है, ऐसे में उन्हें उच्च स्तरीय सुरक्षा की आवश्यकता है।
खुलेआम धमकी और सरकार की चुप्पी पर चिंता
फखरुल हसन चांद ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में एक व्यक्ति ने कैमरे के सामने एक न्यूज चैनल पर अखिलेश यादव को जान से मारने की धमकी दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। बावजूद इसके, उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और इससे पूर्व मुख्यमंत्री की जान को खतरा हो सकता है।
“जो डरपोक हैं वही रखते हैं NSG”: अखिलेश यादव का तंज
हाल ही में एक बयान में अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“जिस दिन तुमने एनएसजी वापस ली थी, उसी समय नियत और मंशा समझ गया था कि डराना चाहते हो। जो डरपोक लोग हैं वही एनएसजी रखे हुए हैं।”
उनके इस बयान से साफ है कि वे NSG सुरक्षा हटाए जाने को लेकर नाराज हैं और इसे एक राजनीतिक चाल मानते हैं।
2012 में मिली थी Z+ सुरक्षा, 2019 में हटाई गई NSG सुरक्षा
गौरतलब है कि 2012 में यूपीए सरकार ने अखिलेश यादव को Z+ सुरक्षा प्रदान की थी, जिसमें NSG कमांडो शामिल थे। लेकिन 2019 में केंद्र सरकार द्वारा वीआईपी सुरक्षा की समीक्षा के बाद NSG कवर वापस ले लिया गया और अब उनकी सुरक्षा उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही है।
सपा की मांग: Z+ के साथ NSG कवर दोबारा मिले
समाजवादी पार्टी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि अखिलेश यादव की वर्तमान Z+ सुरक्षा के साथ NSG सुरक्षा कवर को भी पुनः बहाल किया जाए ताकि देशभर में उनके राजनीतिक कार्यक्रमों और यात्राओं के दौरान उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मिल सके।