हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 16 अप्रैल: 2025,
संभल (उत्तर प्रदेश): संभल हिंसा की जांच कर रहे न्यायिक आयोग के समक्ष आज लोकसभा सांसद जियाउर रहमान बर्क ने अपना बयान दर्ज करवाया। आयोग के सामने पेश होने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कई महत्वपूर्ण टिप्पणियां कीं और न्यायिक प्रक्रिया में पूर्ण विश्वास जताया।
“आरोप और सबूत दो अलग चीजें हैं” – बर्क
सांसद बर्क ने बताया कि आयोग ने जो जानकारी और सवाल उनसे मांगे, उसका उन्होंने पूरी सच्चाई के साथ जवाब दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा,
“जो मुझसे जानकारी मांगी गई, जो सवाल पूछे गए, उनकी जानकारी मैंने आयोग को उपलब्ध करा दी है।”
हालांकि, अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मुकदमों को लेकर उन्होंने चुप्पी साध ली और कहा कि वह इनकी जानकारी सार्वजनिक रूप से नहीं दे सकते।
“मैं देश की सबसे बड़ी पंचायत का सदस्य हूं”
अपने बयान में बर्क ने खुद को देश की जनता द्वारा चुना गया जनप्रतिनिधि बताते हुए कहा:
“मेरा काम है कि मैं संविधान और कानून पर भरोसा करते हुए देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाऊं।”
उन्होंने न्यायिक आयोग और देश की न्याय प्रणाली में अपनी आस्था दोहराई और भरोसा जताया कि उन्हें और उनकी जनता को न्याय अवश्य मिलेगा।
“मीडिया ट्रायल से बचें, कोर्ट में होगा दूध का दूध और पानी का पानी”
मीडिया से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया इस मामले का ट्रायल न करे। उन्होंने जोर देकर कहा:
“कोर्ट के अंदर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”
बर्क ने यह भी जोड़ा कि उन्होंने आयोग के समक्ष पूरी पारदर्शिता से बयान दिया है, और उन्हें उम्मीद है कि आयोग ऐसी रिपोर्ट तैयार करेगा जो उन्हें और उनकी जनता को न्याय दिलाने में सहायक होगी।
वक्फ मामले पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का भी जिक्र
बयान के दौरान सांसद बर्क ने वक्फ मामले का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर कल दोपहर 2 बजे फिर सुनवाई होनी है।
“आज कोर्ट की ओर से इस पर सख्त टिप्पणी की गई है। हम इस उम्मीद से सुप्रीम कोर्ट गए हैं कि हमारे लोगों का संरक्षण होगा।”
“अगर एक सांसद को इंसाफ के लिए कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं…”
अपने बयान के अंत में सांसद ने तंज कसते हुए कहा:
“अगर इस देश में एक सांसद को इंसाफ के लिए कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, तो यह आम जनता के लिए चिंता की बात है। आयोग के सवाल काफी थे, और मैंने सभी का सच्चाई से जवाब दिया है।”