हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 19 अप्रैल: 2025,
विश्व यकृत दिवस पर गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान: स्वास्थ्य बजट में भारी वृद्धि, लिवर स्वास्थ्य पर जोर
नई दिल्ली, शनिवार – केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने विश्व यकृत (लिवर) दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली स्थित यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान (ILBS) में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि 2014 में देश का स्वास्थ्य बजट 37 हजार करोड़ रुपए था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ाकर 1.27 लाख करोड़ रुपए कर दिया है।
यकृत: शरीर का पुनर्जीवन केंद्र, सजग रहने की जरूरत – शाह
शाह ने अपने भाषण में यकृत (लिवर) की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह शरीर के सभी अंगों में सबसे अधिक पुनर्जीवित होने की क्षमता रखने वाला अंग है। उन्होंने कहा, “यकृत ही पूरे शरीर को स्वस्थ रखने का मार्ग है।” उन्होंने देशवासियों से अपने यकृत के प्रति सजग रहने और जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लेने की अपील की।
2014 के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव: एम्स, मेडिकल कॉलेज और MBBS सीटों में बेतहाशा वृद्धि
शाह ने बताया कि
- 2014 में एम्स की संख्या 7 थी, जो अब 23 हो चुकी है।
- मेडिकल कॉलेज 387 से बढ़कर 780 हो गए हैं।
- एमबीबीएस सीटें 51 हजार से बढ़कर 1.18 लाख हो गई हैं, और इसमें 75 हजार सीटें और जोड़ने की योजना है।
- पीजी की सीटें 31 हजार से बढ़कर 74 हजार हो गई हैं।
स्वस्थ जीवनशैली से बड़ा बदलाव संभव – अमित शाह का अनुभव
शाह ने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि मई 2020 से उन्होंने अपनी जीवनशैली में बड़ा बदलाव किया, जिसमें आहार, व्यायाम, जल सेवन और नींद के संतुलन ने उन्हें सकारात्मक परिणाम दिए। उन्होंने सभी नागरिकों से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया।
HEALED योजना की शुरुआत: लिवर के प्रति जागरूकता का नया अध्याय
कार्यक्रम में ILBS द्वारा शुरू की गई HEALED योजना की भी घोषणा की गई। शाह ने इस अभिनव पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह देशभर में लिवर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने यह भी कहा कि नियमित जांच में विटामिन E की जांच को भी शामिल करना चाहिए।
आहार ही औषधि – आयुष, योग और आयुर्वेद को मिल रही मान्यता
गृह मंत्री ने कहा, “हमारे वेदों में कहा गया है कि आहार ही औषधि है, और आज विश्व भी इसी अवधारणा को अपनाकर आगे बढ़ रहा है।” उन्होंने बताया कि सरकार ने होलिस्टिक हेल्थकेयर को प्राथमिकता देते हुए आयुष मंत्रालय को मजबूत किया है और एलोपैथिक अस्पतालों में भी आयुष विंग शुरू हो चुके हैं।
सरकारी योजनाएं: स्वास्थ्य सेवा हर नागरिक तक
- 5 लाख रुपए तक के इलाज की सुविधा अब सरकार द्वारा दी जा रही है, जिसमें 70 साल से ऊपर के नागरिक भी शामिल हैं।
- 65 हजार करोड़ रुपए से स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है।
- 15,000 से अधिक जनऔषधि केंद्र खुल चुके हैं, जिससे 80% तक सस्ती दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
- मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों और माताओं को मुफ्त टीकाकरण उपलब्ध कराया गया।
- ई-संजीवनी ऐप के जरिए 30 करोड़ 90 लाख से अधिक डिजिटल परामर्श देशभर में दिए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य का संकल्प और CSR की भूमिका
अमित शाह ने देश के कॉर्पोरेट जगत से CSR के तहत लिवर स्वास्थ्य के प्रचार में सहयोग देने की अपील की। साथ ही मीडिया से भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया।
ILBS को राष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ने की सलाह
गृह मंत्री ने ILBS को सुझाव दिया कि वह देश के सभी एम्स और प्रमुख सरकारी अस्पतालों से जुड़कर लिवर रोगियों के लिए मार्गदर्शन और जागरूकता का कार्य करें।