हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 25 अप्रैल: 2025,
संघ प्रमुख ने की आतंकी हमले की कड़ी निंदा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस हमले को “धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई” करार दिया है और कहा कि यह अब समय है जब देश को अपनी शक्ति दिखानी होगी।
“बुरी नीयत वालों की आंख फोड़ देनी चाहिए” – भागवत
मुंबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, “हिंदू शांतिप्रिय होते हैं, लेकिन अत्याचार सहना भी उनका स्वभाव नहीं है। अगर कोई बुरी नीयत से देखेगा, तो उसकी आंख फोड़ दी जाएगी।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ऐसे हालात में कड़ी प्रतिक्रिया देना आवश्यक है।
“घृणा नहीं, लेकिन चुपचाप सहन करना भी नहीं”
संघ प्रमुख ने स्पष्ट किया कि भारत का समाज नफरत फैलाने वाला नहीं है, लेकिन कमजोर भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर ताकत नहीं है तो विकल्प नहीं होता, लेकिन जब ताकत हो, तो ज़रूरत पड़ने पर वह दिखनी चाहिए।”
आतंकी हमले में धर्म पूछकर की गई हत्या
भागवत ने दावा किया कि इस आतंकी हमले में हमलावरों ने पीड़ितों से उनका धर्म पूछने के बाद उनकी हत्या की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से बातचीत नहीं की जा सकती – उन्हें जवाब उसी भाषा में देना होगा जो वे समझते हैं।
रावण का उदाहरण देकर आतंकवादियों को दी चेतावनी
भागवत ने अपने भाषण में रावण का उदाहरण देते हुए कहा, “रावण शिवभक्त था, लेकिन जब वह अधर्म पर उतर आया तो उसका अंत करना ही पड़ा। आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें समझाया नहीं जा सकता – उन्हें सबक सिखाना ही होगा।”
“देश की एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत”
संघ प्रमुख ने कहा कि अगर समाज एकजुट रहेगा तो कोई भी देश को बुरी नीयत से देखने की हिम्मत नहीं करेगा। उन्होंने समाज में एकता और सामूहिक शक्ति के प्रदर्शन की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
सरकार ने मानी सुरक्षा में चूक
इस हमले के संबंध में केंद्र सरकार ने भी सुरक्षा चूक की बात मानी है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सर्वदलीय बैठक के बाद बताया कि आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने विपक्ष को सुरक्षा चूक की जानकारी दी है।