हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
राम मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी
राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या वैश्विक धार्मिक पर्यटन का केंद्र बन गया है। श्रद्धालुओं की बेतहाशा बढ़ती संख्या को देखते हुए योगी सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसी क्रम में अब अयोध्या में एक और ऐतिहासिक पहल की गई है — सरयू नदी पर भारत का पहला फ्लोटिंग स्नान घाट बनाने का निर्णय लिया गया है।
भीड़ प्रबंधन के लिए अभिनव योजना
सरकार का उद्देश्य है कि श्रद्धालु बिना किसी अव्यवस्था और भीड़भाड़ के सुरक्षित रूप से स्नान कर सकें। इसके लिए एक अत्याधुनिक बाथिंग कुंड बनाया जाएगा जो पानी पर तैरता रहेगा और जलस्तर में उतार-चढ़ाव के अनुसार अपने आप एडजस्ट हो जाएगा। इस फ्लोटिंग घाट में एक साथ 300 श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे।
क्या है फ्लोटिंग स्नान घाट की विशेषता?
यह साधारण घाट नहीं होगा, बल्कि पॉन्टून और फाइबर से बनी एक विशेष तैरती संरचना होगी। इसकी प्रमुख विशेषताएं होंगी:
- सेफ्टी बैरियर और मजबूत रेलिंग
- चेंजिंग रूम और विश्राम के लिए बेंच
- आपातकालीन सहायता के लिए बोट
- वातावरण को रोशन करने के लिए सोलर लाइट्स
- आस-पास शॉपिंग और खानपान की सुविधाएं
रात के समय यह घाट सोलर लाइट्स से जगमगाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को एक अद्भुत दिव्य अनुभव मिलेगा।
अयोध्या को मिलेगा धार्मिक पर्यटन में नया आयाम
इस प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग अयोध्या विकास प्राधिकरण कर रहा है। उपाध्यक्ष अश्विनी पांडेय ने बताया कि फ्लोटिंग स्नान घाट की डिजाइनिंग पूरी हो चुकी है और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा देगी बल्कि अयोध्या की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।
आस्था और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम
यह अनूठा फ्लोटिंग बाथिंग कुंड अयोध्या के आध्यात्मिक और आधुनिक विकास का प्रतीक बनेगा। जब श्रद्धालु सरयू की गोद में इस तैरते घाट पर स्नान करेंगे, तो उन्हें न केवल पवित्रता और आस्था की अनुभूति होगी, बल्कि आधुनिक तकनीक की भव्यता का भी साक्षात्कार होगा।
आने वाले समय में अयोध्या की छवि श्रद्धा और नवाचार के अद्भुत संगम के रूप में उभरकर सामने आएगी।