हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 15 मई : 2025
अवंतीपोरा, त्राल | 15 मई 2025 जम्मू कश्मीर के त्राल इलाके में एक बार फिर आतंक फैलाने की साजिश नाकाम करने के लिए सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। गुरुवार सुबह अवंतीपोरा के नाडेर, त्राल क्षेत्र में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने संयुक्त रूप से घेराबंदी कर मुठभेड़ शुरू की। यह मुठभेड़ ऐसे समय पर हुई है जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकी गतिविधियों को लेकर सतर्कता और भी बढ़ा दी गई है।
आतंकियों की घेराबंदी, इलाके में सर्च ऑपरेशन
कश्मीर ज़ोन पुलिस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी देते हुए बताया कि, ‘‘अवंतीपोरा के नाडेर, त्राल में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है।’’ इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया है और अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है। सुरक्षाबलों को इनपुट मिले थे कि यहां दो आतंकी मौजूद हैं जो किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। आसपास के क्षेत्रों में भी सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि कोई आतंकी भाग न सके।
शोपियां एनकाउंटर में मारे गए थे तीन आतंकी
इससे पहले मंगलवार को सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में एक बड़ा ऑपरेशन चलाया था, जिसमें तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। इस ऑपरेशन को राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट ने अंजाम दिया था। मारे गए आतंकियों के पास से अत्याधुनिक हथियार और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया था। यह ऑपरेशन सुरक्षाबलों की तेजी और सटीक कार्रवाई का उदाहरण बना।
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का लिया गया बदला
हाल ही में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिया था। इस ऑपरेशन में कई आतंकियों को ढेर किया गया और उनके ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। भारत की इस जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ से कई बार आतंकियों को सीमा पार भेजने की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना ने हर बार उन्हें सफलतापूर्वक नाकाम किया।
लगातार बढ़ रही घुसपैठ की कोशिशें
कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की सतर्कता के बावजूद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में हाल के दिनों में कई बार आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें देखी गई हैं, जिन्हें सेना ने विफल कर दिया।
निष्कर्ष: अलर्ट पर हैं सुरक्षाबल
त्राल में चल रही मुठभेड़ इस बात का संकेत है कि आतंकी अब भी जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने की फिराक में हैं, लेकिन भारतीय सुरक्षाबल हर मोर्चे पर मुस्तैद हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही सेना ने रणनीतिक तौर पर आतंक के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है और अब घाटी में आतंकियों के लिए जगह कम होती जा रही है।