हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑16 मई : 2025
आगरा। सिकंदरा थाना क्षेत्र में चोरों ने बंद पड़े मकानों को निशाना बनाकर दो बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। पहली घटना लवकुश विहार कॉलोनी की है, जहां चोरों ने मकान का ताला तोड़कर लाइसेंसी पिस्टल, कारतूस, जेवरात और नकदी चोरी कर ली। दूसरी घटना रामा एंक्लेव की है, जहां करीब 12 लाख रुपये की चोरी हुई। पीड़ित ने पुलिस कार्रवाई न होने पर उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
लवकुश विहार कॉलोनी निवासी रघुवीर सिंह ने बताया कि वह 7 मई की शाम अपनी बेटियों के साथ पैतृक गांव अलवर, राजस्थान गए थे। जब 9 मई की शाम लौटे तो देखा कि मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। घर के कमरों और अलमारियों के भी ताले टूटे मिले। चोरी की गई वस्तुओं में एक लाइसेंसी पिस्टल, दो मैग्जीन, कारतूस, सोने-चांदी के जेवरात और करीब 10 हजार रुपये नकद शामिल हैं।
पीड़ित परिवार ने घर में रहने वाले किरायेदारों पर संदेह जताया है। पुलिस ने मामले में गौरा उर्फ सत्यवीर और अभिषेक के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सिकंदरा थाना प्रभारी का कहना है कि जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
रामा एंक्लेव निवासी कृष्णकांत त्यागी ने बताया कि 6 अप्रैल को वह परिवार के साथ एक गमी में शामिल होने गए थे। जब दोपहर 2:45 बजे लौटे तो पाया कि घर के मुख्य गेट, कमरों और अलमारी के ताले टूटे पड़े थे। चोर घर से 1.30 लाख रुपये नकद और करीब 12 लाख रुपये के जेवरात चोरी कर ले गए।
पीड़ित ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में चोर की पहचान हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है। कृष्णकांत ने इस संबंध में अपर पुलिस आयुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं कि पहचान के बावजूद आरोपी अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया।
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर आगरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर पुलिस ने एक मामले में तत्परता दिखाते हुए दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, वहीं दूसरी ओर सीसीटीवी फुटेज में आरोपी की पहचान होने के बावजूद भी कार्रवाई न होना पुलिस की लापरवाही को उजागर करता है।