हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ मंगलवार 3 जून 2025
मुरादाबाद। मझोला थाना क्षेत्र निवासी अधिवक्ता कमल कुमार की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। करीब आठ महीने की गहन जांच और विसरा रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी अर्चना चौहान और उसके पिता महावीर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, कमल को जहर देकर मारा गया था। इस साजिश में अर्चना की मां ऊषा देवी की भी भूमिका सामने आई है, जो फिलहाल फरार हैं।
बेटे की मौत पर फूट पड़ा पिता का दर्द
कमल कुमार के पिता, सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर डीसी कुमार ने बेटे की मौत पर गहरी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा, “अगर अनुसूचित जाति से इतनी ही नफरत थी तो तलाक करा देते, बेटे की जान क्यों ली?” उन्होंने बताया कि उन्हें इस प्रेम विवाह की कोई जानकारी नहीं थी। ना तो बेटे ने बताया और ना ही लड़की वालों ने कोई बातचीत की।
15 अक्तूबर को गया था घर से, 18 को मिली मौत की सूचना
33 वर्षीय अधिवक्ता कमल कुमार 15 अक्तूबर 2024 को वकालत के सिलसिले में घर से निकला था और फिर कभी वापस नहीं लौटा। 18 अक्तूबर को एक अज्ञात महिला का कॉल आया, जिसने बताया कि कमल की मृत्यु हो गई है और शव मुरादाबाद लाया जा रहा है। शव लेकर धामपुर, बिजनौर निवासी महीपाल सिंह चौहान, उनकी पत्नी ऊषा देवी, बेटी अर्चना और दो अन्य लोग कमल के घर पहुंचे।
विसरा रिपोर्ट से खुला राज़, कमल को दिया गया था जहर
शुरुआत में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम में स्पष्ट जानकारी न मिलने पर पुलिस ने विसरा सुरक्षित रखा। आठ महीने बाद आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कमल को जहर देकर मारा गया था। इसके बाद मुरादाबाद और बिजनौर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में रविवार को अर्चना और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया।
जाति छिपाकर की थी शादी, ससुराल पक्ष को थी आपत्ति
पुलिस जांच में सामने आया कि कमल ने पीसीएस जे की कोचिंग के दौरान अर्चना से प्रेम संबंध बनाए और 2021 में उससे शादी कर ली थी। अर्चना के परिजनों को जब बाद में कमल की जाति की जानकारी हुई, तो उन्होंने इसे ‘अपमान’ मानते हुए हत्या की साजिश रची। 18 अक्तूबर को अर्चना ने कमल को अपने घर बुलाया और जहर देकर हत्या कर दी।
कमल का मोबाइल डाटा था डिलीट, पिता ने खुद शुरू की जांच
कमल के पिता डीसी कुमार ने बताया कि बेटे की मौत से उन्हें शुरुआत से ही संदेह था। उन्होंने खुद अपने स्तर से जांच शुरू की। कमल का मोबाइल खंगालने पर सारा डाटा डिलीट मिला, जिससे शक और गहरा गया। उन्होंने बरेली जोन के एडीजी से जांच की मांग की, जिसके बाद मामले की तह तक पुलिस पहुंच सकी।
फरार है आरोपी की मां ऊषा देवी
फिलहाल पुलिस ने अर्चना और उसके पिता महावीर सिंह को जेल भेज दिया है। अर्चना की मां ऊषा देवी की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।