हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 28 अप्रैल: 2025,
पाकिस्तान में स्थित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक विवादास्पद बयान दिया है। पन्नू ने पाकिस्तान के समर्थन में अपनी आवाज उठाते हुए दावा किया कि वह भारतीय सेना को पाकिस्तान पर हमला करने नहीं देंगे।
पन्नू का यह बयान उस समय आया है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देने का ऐलान किया है।
“हम भारतीय सेना को पंजाब से नहीं गुजरने देंगे”
पन्नू ने कहा, “हम भारतीय सेना को पंजाब से गुजरने नहीं देंगे, जिससे वे पाकिस्तान पर हमला करें।” उसने यह भी दावा किया कि भारत में पाकिस्तान से लड़ने की हिम्मत नहीं है। पन्नू ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के सिख समुदाय के दो करोड़ लोग पाकिस्तान के साथ खड़े हैं और किसी भी हमले का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
भारत में सिखों और अल्पसंख्यकों के साथ बुरा व्यवहार का आरोप
पन्नू ने आरोप लगाया कि भारत में सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ बुरा व्यवहार हो रहा है। उसने कहा कि समय बदल चुका है, यह 2025 है, न कि 1965 या 1971।
“जो हमला करता है, उसका अंत बुरा होता है”
अपने बयान में पन्नू ने पाकिस्तान के पवित्रता का प्रतीक होने का दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान कभी भी पहला हमला नहीं करता। उसने चेतावनी दी, “जो हमला करता है, उसका अंत बुरा होता है- चाहे वह इंदिरा गांधी हों, नरेंद्र मोदी हों या अमित शाह।”
पन्नू ने यह भी कहा कि वह भारतीय नेताओं नरेंद्र मोदी, अजीत डोभाल, अमित शाह और एस जयशंकर को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सजा दिलाने की कोशिश करेंगे।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ था आतंकवादी हमला
22 अप्रैल को हुए इस आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे। यह घटना 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में हुआ सबसे घातक हमला था। इस हमले में प्रमुखता से पर्यटक मारे गए थे। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले का संज्ञान लेते हुए कहा कि पहलगाम में आतंकियों द्वारा किए गए इस हमले का जवाब दिया जाएगा और आतंकवादियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा।