हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना पर केंद्र सरकार के फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कड़ी चेतावनी दी है। अखिलेश यादव ने कहा कि यह फैसला इंडिया की जीत है और इसको ईमानदारी से लागू किया जाना चाहिए।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर लिखा, “जातीय जनगणना का यह फैसला 90% पीडीए (पिछड़ा, दलित और आदिवासी) की एकजुटता की 100% जीत है। हम सब के सम्मिलित दबाव से बीजेपी सरकार मजबूरन यह फैसला लेने को बाध्य हुई है।” अखिलेश ने यह भी कहा कि यह सामाजिक न्याय की लड़ाई में पीडीए की जीत का एक महत्वपूर्ण चरण है।
अखिलेश यादव ने बीजेपी को सख्त चेतावनी देते हुए कहा, “बीजेपी सरकार को यह चेतावनी दी जाती है कि अपनी चुनावी धांधली को जातीय जनगणना से दूर रखे। एक ईमानदार जनगणना ही हर जाति को अपनी-अपनी जनसंख्या के अनुपात में अपने अधिकार और हक दिलवाएगी, जिसे अब तक वर्चस्ववादी ताकतों ने छिपा रखा था।”
उन्होंने आगे कहा, “यह एक सकारात्मक लोकतांत्रिक आंदोलन का पहला चरण है और बीजेपी की नकारात्मक राजनीति का अंतिम। बीजेपी की प्रभुत्ववादी सोच का अंत होना तय है क्योंकि संविधान के आगे मनविधान लंबे समय तक नहीं चल सकता। यह इंडिया की जीत है!”
सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने भी इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी और सोशल मीडिया पर लिखा, “पीडीए का काफिला अब रुकने वाला नहीं है। पीडीए के जननायक अखिलेश यादव की जाति जनगणना कराने की मांग के आगे केंद्र सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। जो लोग कहते थे कि जाति केवल चार होती हैं, अब वे छह हजार जातियों की गिनती कराएंगे। अखिलेश यादव जिंदाबाद।”