हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़ जिले में पुलिस पर एक गंभीर आरोप ने हलचल मचा दी है। मामला थाना बन्नादेवी का है, जहां चौहान परिवार ने पुलिस पर न केवल लापरवाही बल्कि उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है।
12 जुलाई को चौहान परिवार के घर से कपड़ों के बीच रखे दो लाख रुपये और कपड़े चोरी हो गए। इस संबंध में पीड़ित की बहन ममता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करने के बजाय समझौते की सलाह दी। जब ममता ने आरोपियों से पैसे निकलवाने का प्रयास किया तो उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई।
15 जुलाई को ममता अपने भाई अनुज चौहान के साथ फिर थाने पहुंची, लेकिन वहां भी सुनवाई की जगह समझौते का दबाव बनाया गया। अनुज ने पुलिस की करतूत का वीडियो बनाने की कोशिश की तो पुलिस ने उसका मोबाइल छीनकर मारपीट की और सारे वीडियो डिलीट कर दिए।
शिकायत के बाद मुकदमा तो दर्ज हुआ, मगर अब उल्टा अनुज और उसके परिवार पर ही झूठे केस थोप दिए गए हैं। अनुज चौहान, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लगातार न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
इसी बीच अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो 48 घंटे के भीतर सड़क पर आंदोलन किया जाएगा। संगठन ने साफ कहा कि अलीगढ़ पुलिस की जातिवादी और दूषित मानसिकता अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।