हिंदुस्तान मिरर | 5 जून 2025
अलीगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने गुरुवार सुबह 10:15 बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने अस्पताल में सफाई व्यवस्था, औषधियों की उपलब्धता, चिकित्सा सेवाओं और ओपीडी संचालन की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे ओपीडी समय में अनिवार्य रूप से अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ मरीजों का उपचार करें। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले हर मरीज को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सेवा मिलनी चाहिए, ताकि आमजन का भरोसा सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर मजबूत हो।

कई डॉक्टर नहीं मिले अपनी सीट पर
निरीक्षण के दौरान डीएम सबसे पहले पंजीकरण कक्ष पहुंचे, जहां तीमारदार पर्चा बनवाने के लिए लाइन में लगे हुए थे। यहां चंदनिया से आए मरीज हिमांशु से बातचीत की गई। पंजीकरण काउंटर पर प्रशांत और उमर खान ड्यूटी पर मौजूद मिले।
ओपीडी कक्ष-1 में डॉक्टर मेहुल मित्तल और कक्ष-2 में कोई डॉक्टर उपस्थित नहीं थे। सीएमएस डॉ. एम.के. माथुर ने बताया कि दोनों की ड्यूटी इमरजेंसी में है। ओपीडी-3 में डॉक्टर अंकुर अग्रवाल, इंटर्न डॉक्टर सचिन शर्मा और डॉक्टर सोफिया हसन मरीज देख रहे थे। एनसीडी क्लीनिक में डॉक्टर मुकुल भारद्वाज और काउंसलर सीमा अग्रवाल भी मरीजों की देखभाल में जुटी मिलीं।

ओपीडी-5 में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तुफैल अहमद भी अपनी सीट पर नहीं मिले। जानकारी दी गई कि वे कोर्ट एविडेंस में गए हैं। वहीं डॉक्टर एस.के. उपाध्याय ओपीडी में उपस्थित पाए गए। ओपीडी-7 में डॉक्टर अनिल मौर्य नदारद थे और कक्ष के दरवाजे पर डोरी लगी मिली, जिसे मौके पर ही हटा दिया गया। जेआर डॉक्टर किरण कल्याण को एप्रन पहनने की हिदायत दी गई। ओपीडी-8 के डॉक्टर पी. कुमार राउंड पर बताए गए।
इस दौरान ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. संजीव मोहन, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एस.के. सिंघल और डॉ. वी.के. सक्सेना मरीजों को देखते पाए गए।
जांच सुविधाओं का भी लिया जायजा
ईसीजी कक्ष में टेक्नीशियन ओम प्रशांत शर्मा अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे, हालांकि निरीक्षण तक कोई ईसीजी नहीं हुआ था। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन लगभग 50 ईसीजी होते हैं। फिजियोथेरेपी कक्ष में तीन मरीज उपचार प्राप्त करते मिले। रेडियोलॉजी विभाग में आशीष प्रकाश अल्ट्रासाउंड करते दिखे। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 60–70 अल्ट्रासाउंड होते हैं। एक्स-रे कक्ष में टेक्नीशियन जगजीवन राम द्वारा 32 एक्स-रे किए जा चुके थे।

आपातकालीन कक्ष में छह मरीज भर्ती पाए गए। हाथरस से आए मरीज अंकित की जांच डॉक्टर वाई.पी. सिंह द्वारा की जा रही थी।
साफ-सफाई और दवा उपलब्धता पर दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए और औषधि भंडार की समीक्षा करते हुए आवश्यक दवाओं की सतत उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने चिकित्सकों और स्टाफ को चेतावनी दी कि मरीजों के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।













