हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 14 अगस्त 2025 – कलैक्ट्रेट सभागार में “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” का आयोजन जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय सिंह की अध्यक्षता में किया गया। यह कार्यक्रम आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत रखा गया, जिसमें नागरिकों, छात्र-छात्राओं, सामाजिक संगठनों और प्रशासनिक अधिकारियों ने शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने का संकल्प लिया।

मानव इतिहास की बड़ी त्रासदी
श्रीमती विजय सिंह ने कहा कि 1947 का विभाजन मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक था, जिसमें लाखों लोगों ने अपने घर, जमीन, जायदाद, प्रियजन और यहां तक कि जीवन तक खो दिया। उन्होंने आह्वान किया कि ऐसी स्थिति फिर कभी न आए और देश की एकता, अखंडता एवं सामाजिक सौहार्द अक्षुण्ण रहे।
युवा पीढ़ी के लिए सीख
महानगर अध्यक्ष इंजीनियर राजीव शर्मा ने बताया कि 1947 की विभीषिका में लगभग 1.5 करोड़ लोग विस्थापित हुए, धन-संपदा लूटी गई और लोगों को जान बचाने के लिए पलायन करना पड़ा। उन्होंने युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि इतिहास से प्रेरणा लेकर समाज में भाईचारा और परस्पर सम्मान की भावना को प्रबल करें। इस अवसर पर उपस्थित लोगों एवं स्कूली बच्चों ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
सिंध और सिख समाज का आभार
सिंध एवं सिख समाज के नागरिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन भावी पीढ़ी को विभाजन की त्रासदी से अवगत कराते हैं। सरदार भूपेंद्र सिंह जत्थेदार ने कहा कि उस त्रासदी को याद कर आज भी रूह कांप उठती है। सरदार राजेंद्र सिंह ने बताया कि समाज ने मेहनत मजदूरी से जीवन यापन किया और स्वाभिमान बनाए रखा। ओमप्रकाश राजानी ने अपने माता-पिता की स्मृतियों का जिक्र किया, जिनकी आंखें उस दौर को याद कर भर आती थीं।
सम्मान और उपस्थिति
इस अवसर पर सिदक सिंह, सुरेश कुमार, मनमोहन सचदेवा, यश नवलानी, जगदीश नवलानी, शंकर मखीजा, रमेश लाल, प्रवीण आर्य, अनिल कुमार, गुरदीप सिंह, हरदीप जुनेजा, संतोष कुमार एवं अन्य महानुभावों को शॉल और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी संजीव रंजन, एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, पीडी भालचंद त्रिपाठी, डीआईओएस पूरन सिंह, डीपीआरओ यतेन्द्र सिंह, अर्चना फौजदार समेत कई अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। सीडीओ प्रखर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि संचालन नीतू सारस्वत ने किया।