हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 23 जुलाई – अलीगढ़ में 34 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर से आवास विकास कॉलोनी बसाने की प्रक्रिया शुरू की गई है, लेकिन किसानों के विरोध ने इस योजना को शुरुआती दौर में ही झटका दे दिया है। प्रस्तावित कॉलोनी आगरा रोड स्थित बढ़ौली फत्ते खां और मुकुंदपुर गांवों में बसाई जानी है, जहां 310 किसानों को नोटिस भेजे गए थे। इनमें से लगभग 90 फीसदी किसानों ने जमीन देने से साफ इनकार कर दिया है, जबकि बाकी किसानों ने अधिक मुआवजे की मांग की है।
किसानों की आपत्तियों के निस्तारण के लिए उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने आठ सदस्यीय नियोजन समिति का गठन किया है। यह समिति अगस्त में किसानों की समस्याएं सुनकर अपनी रिपोर्ट परिषद को सौंपेगी। समिति में अपर आवास आयुक्त एवं सचिव, यूपी आवास विकास परिषद लखनऊ, डीएम द्वारा नामित अधिकारी, मुख्य अभियंता, मुख्य वास्तुविद नियोजक, उप आवास आयुक्त, अधीक्षण अभियंता आगरा, और अधिशासी अभियंता-निर्माण खंड आगरा को शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि अलीगढ़ में आखिरी बार 1990 के दशक में विकास नगर, सासनी गेट और एलमपुर में आवास विकास कॉलोनियां विकसित की गई थीं। उसके बाद से अब तक कोई नई कॉलोनी नहीं बसाई गई। 2013 में शुरू की गई योजना भी किसानों की असहमति के कारण फाइलों में ही दबकर रह गई थी। नवंबर 2024 में योजना को दोबारा गति दी गई, लेकिन इस बार भी किसान अड़चन बनकर सामने आ गए हैं।
अब निगाहें अगस्त में आने वाली नियोजन समिति की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे तय होगा कि अलीगढ़ को नई कॉलोनी मिलेगी या फिर यह योजना भी पुराने प्रस्तावों की तरह अधूरी रह जाएगी।