हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑15 मई : 2025
उत्तर प्रदेश की राजनीति में उस समय नया विवाद खड़ा हो गया जब समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की जाति को लेकर टिप्पणी कर दी। मुरादाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिए गए इस बयान को लेकर विपक्ष ने उन्हें जातिवादी मानसिकता से ग्रसित बताया है।
रामगोपाल यादव का बयान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चित अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर था, जिसमें उन्होंने उनकी जाति का उल्लेख करते हुए टिप्पणी की। इस बयान को लेकर भाजपा समेत अन्य दलों ने सपा और यादव पर तीखा हमला बोला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इस बयान की निंदा करते हुए लिखा:
“सेना की वर्दी ‘जातिवादी चश्मे’ से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक ‘राष्ट्रधर्म’ निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है।
यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है। इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।”
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी सपा सांसद की तीखी आलोचना करते हुए कहा:
“विंग कमांडर व्योमिका सिंह का अपमान केवल व्योमिका सिंह का ही नहीं बल्कि भारत की हर बेटी का अपमान है।
जाति के आधार पर हमारी वीरांगना का अपमान कर समाजवादी पार्टी ने अपनी नीच मानसिकता और महिला विरोधी सोच को उजागर किया है। यह नया भारत है जहां पहचान जाति से नहीं बल्कि क्षमता से होती है। दलितों का अपमान हिंदुस्तान नहीं स्वीकार करेगा।”
गौरतलब है कि इस मामले पर अब तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की चुप्पी को भी राजनीतिक गलियारों में संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है।