हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के लिए बड़ी खुशखबरी है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एशिया का सबसे बड़ा हेल्थकेयर मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर विकसित किया जा रहा है, जिसे मेडिकल डिवाइस पार्क के रूप में स्थापित किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। मंगलवार को YEIDA के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने प्रस्तावित मेडिकल डिवाइस पार्क का निरीक्षण किया, जिसमें एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर मेडिकल डिवाइसेज के कार्यकारी निदेशक प्रवीण मित्तल भी शामिल रहे।

यह पार्क 350 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है और इसके निर्माण में कई नामी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां पार्टनरशिप करने जा रही हैं। सबसे महत्वपूर्ण भागीदारी Panacea Medical Technologies की बताई जा रही है, जो एक अग्रणी भारतीय हेल्थ टेक कंपनी है। पनेशिया कंपनी उन्नत इमेजिंग सिस्टम और कैंसर केयर उपकरण तैयार करती है तथा घरेलू और वैश्विक बाजारों में सेवाएं प्रदान करती है। यह कंपनी भारत सरकार की PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) योजना की भी लाभार्थी है।
मेडिकल डिवाइस पार्क के विकास का मुख्य उद्देश्य हेल्थकेयर उपकरण निर्माण से जुड़े उद्योगों को एक ही स्थान पर विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना है, जिससे भारत मेडिकल उपकरणों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने और ग्लोबल मेडिकल डिवाइस हब के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर सके। पार्क में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर, टेस्टिंग लैब, उत्पादन यूनिट्स और निर्यात सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि जेवर एयरपोर्ट के निकटता के कारण निर्यात और लॉजिस्टिक्स की लागत काफी कम होगी, जिससे अंतरराष्ट्रीय निवेश भी आकर्षित होगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश को मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती है और हजारों रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है।
YEIDA का यह प्लान प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मेड-इन-इंडिया विजन को मजबूत आधार देने वाला साबित होगा। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह क्लस्टर एशिया का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस निर्माण एवं निर्यात केंद्र बन सकता है।

















