हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अयोध्या, 19 अक्टूबर 2025ः अयोध्या में भव्य दीपोत्सव समारोह के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम कथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अयोध्या वह भूमि है, जहां धर्म स्वयं मानव रूप में अवतरित हुए। यहां हर कण में मर्यादा और हर दीप में दया का भाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 2017 में पहला दीपोत्सव मनाने का निर्णय हुआ, तब उद्देश्य था दुनिया को दिखाना कि दीप प्रज्ज्वलन का वास्तविक अर्थ क्या है। हजारों वर्ष पूर्व जब दुनिया अंधकार में थी, तब अयोध्या ने अपने प्रभु श्रीराम के स्वागत में दीप जलाए थे।
योगी ने कहा कि आज लाखों दीप 500 वर्षों के अंधकार पर आस्था की विजय के प्रतीक हैं। तब भगवान श्रीराम तंबू में विराजमान थे, अब वे अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। सनातन धर्म ने सदियों तक विदेशी आक्रांताओं और षड्यंत्रों का सामना किया, पर श्रद्धा कभी नहीं डगमगाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1950 से 1986 तक रामलला की जन्मभूमि को ताले में बंद रखने का प्रयास हुआ, लेकिन आस्था कैद नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि वही लोग आज बाबर की कब्र पर सजदा करते हैं, जिन्होंने अयोध्या में रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अदालत में कहा था कि श्रीराम काल्पनिक हैं, जबकि आज पूरी दुनिया अयोध्या की इस पावन भूमि की दिव्यता देख रही है।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पहली बार अयोध्या आकर रामजन्मभूमि का दर्शन किया और मंदिर की आधारशिला रखी। योगी ने कहा, “पीएम मोदी ने सनातन आस्था को सम्मान देने का कार्य किया।” दीपोत्सव के अवसर पर सीएम योगी ने देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन आस्था, संघर्ष और विजय का प्रतीक है।













