हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शुक्रवार 30 मई 2025
बरेली। उत्तराखंड के काशीपुर की एक युवती ने कथित रूप से अपने फुफेरे भाई द्वारा निकाह का दबाव बनाने और उत्पीड़न से परेशान होकर धर्म परिवर्तन कर बरेली के युवक से विवाह कर लिया। युवती ने आरोप लगाया है कि परिवार उसकी बात नहीं सुन रहा था, इसलिए उसने स्वेच्छा से अपने प्रेमी के साथ जीवन बिताने का निर्णय लिया।
महक नामक युवती ने बरेली निवासी ऋषि राय से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया। दोनों का विवाह अगस्त्य मुनि आश्रम में आचार्य केके शंखधार द्वारा संपन्न कराया गया। आचार्य ने विवाह से पहले दस्तावेजों की जांच कर महक का शुद्धिकरण किया, तत्पश्चात सात फेरे कराए।
महक ने बताया कि उसकी ऋषि से मुलाकात तीन वर्ष पूर्व बरेली के बाकरगंज इलाके में हुई थी, जब वह अपने माता-पिता के साथ वहीं रह रही थीं। धीरे-धीरे दोनों में प्रेम हो गया। पिता के निधन के बाद उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली। महक का आरोप है कि उसके सौतेले पिता और फुफेरा भाई उस पर गलत नजर रखते थे। खास तौर पर फुफेरा भाई उस पर निकाह के लिए दबाव बना रहा था, जिससे परेशान होकर वह अपनी ननिहाल काशीपुर चली गई।
जब हालात असहनीय हो गए तो महक ने ऋषि को सारी बातें बताईं और फिर उसके साथ घर छोड़ दिया। दोनों बरेली पहुंचे और आश्रम में विवाह किया। महक का कहना है कि मुस्लिम धर्म के कुछ प्रथाएं जैसे हिजाब, बहुविवाह और हलाला उसे स्वीकार्य नहीं हैं। उसने कहा कि हिंदू धर्म में उसे सम्मान और सुरक्षा की अनुभूति हुई, इसी वजह से उसने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर विवाह किया।
महक ने स्पष्ट किया कि उसने कोई दबाव में निर्णय नहीं लिया है और ऋषि के साथ सुरक्षित महसूस करती है। उसने कहा, “हम एक-दूसरे से बहुत प्रेम करते हैं। अगर किसी ने हमें अलग करने की कोशिश की तो हम दोनों जान दे देंगे।”