हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 27 अप्रैल: 2025,
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए सख्त कदमों ने पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। भारत ने सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ कई और बड़े कदम उठाए, जिससे पाकिस्तान में भय का माहौल बन गया है। इस डर का असर अब नेताओं के परिवारों पर भी देखने को मिल रहा है, जिनमें से कुछ ने देश छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर रुख कर लिया है।
पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो का परिवार पाकिस्तान छोड़ कनाडा गया
खबरों के अनुसार, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो का परिवार, जिसमें उनकी बहनें बख्तावर और असिफा भुट्टो शामिल हैं, पाकिस्तान छोड़कर कनाडा पहुंच गया है। यह कदम उस वक्त उठाया गया है जब बिलावल भुट्टो ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि सस्पेंड करने पर धमकी दी थी कि अगर पाकिस्तान का पानी रोका गया, तो “खून की नदियां बहेंगी।”
पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी परिवारों को भेज रहे हैं विदेश
भारत द्वारा आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बाद पाकिस्तान के भीतर डर और असुरक्षा का माहौल गहराया है। इस माहौल में पाकिस्तान आर्मी के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने परिवारों को विदेश भेज दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भी अपने परिवार को ब्रिटेन और न्यू जर्सी भेजने के लिए निजी विमान का इस्तेमाल किया।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया और पाकिस्तान में बढ़ता डर
भारत ने पाकिस्तान को संदेश देने के लिए अरब सागर में आईएनएस सूरत से एक मिसाइल परीक्षण भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर कड़ा बयान देते हुए कहा कि आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में छिपे हों। इसके बाद पाकिस्तान में भारतीय हमले के डर से सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कई राजनीतिक नेता भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
भारत में गुस्सा और बदले की मांग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल है। देशवासियों ने प्रधानमंत्री मोदी से बदला लेने की मांग की है। इस मुद्दे पर सभी प्रमुख राजनीतिक दल सरकार के साथ खड़े हैं, और विपक्ष ने कहा है कि सरकार जो भी कदम उठाएगी, वे उसका समर्थन करेंगे। भारत ने पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जैसे कि सिंधु जल संधि को सस्पेंड करना, पाकिस्तानियों का वीजा रद्द करना और डिप्लोमैटिक संबंधों को सीमित करना।