हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 4 मई : 2025,
चीफ टेक्निकल एग्जामिनर को इंजीनियर मुहैया कराने का पत्र, निर्माण लागत का होगा बारीकी से विश्लेषण
दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम निर्माण से जुड़े 2,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच अब तेज हो गई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने इस मामले की गहराई से पड़ताल शुरू कर दी है। इस सिलसिले में ACB ने चीफ टेक्निकल एग्जामिनर (CTE) को पत्र लिखकर जांच के लिए इंजीनियर मुहैया कराने का अनुरोध किया है। यह इंजीनियर क्लासरूम निर्माण की लागत का मूल्यांकन करेंगे और यह पता लगाएंगे कि वास्तव में कितने रुपये का घोटाला हुआ।
12,748 क्लासरूम के निर्माण में अनियमितता का शक, CTE की पुरानी रिपोर्ट दबाने के आरोप
ACB सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में करीब 12,748 क्लासरूम के निर्माण में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि सीटीई द्वारा की गई पिछली तकनीकी जांच में भी घोटाले के संकेत मिले थे, लेकिन उस समय आम आदमी पार्टी की सरकार ने उस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया।
मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर केस दर्ज, महंगे ठेकों का आरोप
20 अप्रैल को ACB ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया तथा पूर्व PWD मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस दर्ज किया। आरोप है कि इन दोनों नेताओं के कार्यकाल में क्लासरूम के निर्माण के लिए जरूरत से कहीं ज्यादा कीमत पर ठेके दिए गए। प्रत्येक कक्षा के निर्माण पर औसतन 24.86 लाख रुपये खर्च दिखाया गया, जो सामान्य लागत से करीब पांच गुना अधिक है।
बीजेपी नेताओं की शिकायत पर शुरू हुई जांच
ACB को यह शिकायत भाजपा के पूर्व दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना, विधायक कपिल मिश्रा और भाजपा मीडिया कोऑर्डिनेटर नीलकांत बख्शी द्वारा सौंपी गई थी। शिकायत में बताया गया कि सरकारी स्कूलों में 2,892 करोड़ रुपये की लागत से 12,748 कक्षाओं का निर्माण किया गया, जिसमें व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ।
छह लोगों से होगी प्रारंभिक पूछताछ, ठेकेदारों के खातों की भी होगी जांच
ACB के अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में छह लोगों से पूछताछ की तैयारी की जा रही है। इनमें दो पूर्व मंत्री, उनके दो ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी), दो चीफ इंजीनियर और एक प्रमुख आर्किटेक्ट कंपनी ‘बब्बर एंड बब्बर आर्किटेक्ट’ शामिल हैं।
इसके बाद PWD के इंजीनियरों और विभिन्न ठेकेदारों को भी नोटिस जारी कर पूछताछ की जाएगी। जांच एजेंसी ने कहा है कि ठेकेदारों के बैंक खातों की भी गहनता से जांच की जाएगी ताकि पैसों के लेनदेन की सच्चाई सामने लाई जा सके।