हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 1 मई : 2025,
सपा पोस्टर में बाबा साहेब का चित्र आधा, अखिलेश यादव का फोटो जोड़ा गया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) से जुड़े समाजवादी लोहिया वाहिनी के एक पोस्टर में बाबा साहेब के चित्र को खंडित करते हुए, उसी स्थान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का चित्र लगा दिया गया। इस घटना को लेकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग ने कड़ी आपत्ति जताई है और स्वतः संज्ञान लेते हुए लखनऊ पुलिस आयुक्त को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
एससी-एसटी आयोग अध्यक्ष बैजनाथ रावत का सपा पर हमला
आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने इस कृत्य को अनुसूचित जाति-जनजाति समाज की आस्था के साथ किया गया घोर अपमान बताया है। उन्होंने कहा, “समाज बाबा साहेब के इस प्रकार के अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। समाजवादी पार्टी ने हमेशा दलितों और बाबा साहेब का अपमान किया है। इस घृणित कार्य के लिए सपा को माफी मांगनी चाहिए।”
“सपा की फितरत है महापुरुषों का अपमान और राष्ट्रविरोधियों का महिमामंडन” – बैजनाथ रावत
रावत ने सपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा से ही महापुरुषों का अपमान और राष्ट्रविरोधी तत्वों का महिमामंडन करती रही है। उन्होंने अखिलेश यादव की तुलना बाबा साहेब से करने को “दूषित मानसिकता” करार दिया और कहा कि ऐसा सोचना भी अपराध है।
एफआईआर दर्ज करने के निर्देश, 5 मई को रिपोर्ट तलब
आयोग ने लखनऊ पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि दोषियों पर अनुसूचित जाति और जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही आयोग ने 5 मई को सुबह 11:30 बजे तक इस मामले की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने को कहा है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज, दलित समाज में आक्रोश
इस विवाद ने प्रदेश की राजनीति में उबाल ला दिया है। दलित समाज में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। भाजपा और अन्य दलों से जुड़े दलित नेताओं ने भी सपा की आलोचना की है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच और कार्रवाई किस दिशा में आगे बढ़ती है।