हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 21अप्रैल: 2025,
दिल्ली नगर निगम (MCD) मेयर चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा राजनीतिक निर्णय लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और आप नेता आतिशी ने घोषणा की है कि आम आदमी पार्टी इस बार मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी। इस घोषणा के पीछे उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की “तोड़-फोड़ की राजनीति” को कारण बताया।
बीजेपी पर गंभीर आरोप: ‘तोड़कर बनाते हैं सरकार’
आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव हारने के बाद भी साम, दंड, भेद जैसे तरीके अपनाकर सत्ता हथियाने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा:
“बीजेपी जहां चुनाव हारती है, वहां दूसरे दलों के जनप्रतिनिधियों को तोड़कर अपनी सरकार बनाती है। MCD का री-यूनिफिकेशन कर 272 से 250 वार्ड किए गए, चुनावों में देरी कराई गई, और गुजरात चुनाव के साथ एमसीडी चुनाव करवाए गए। बावजूद इसके, ‘आप’ ने बहुमत हासिल किया।”
‘पार्षदों पर डाला गया दबाव, लेकिन ‘आप’ नहीं झुकी’
आतिशी ने आगे कहा कि पिछले ढाई साल में भाजपा ने आम आदमी पार्टी के पार्षदों पर दबाव बनाकर उन्हें तोड़ने की कोशिश की, जिसमें कुछ हद तक वह सफल भी रही। लेकिन ‘आप’ ने कभी खरीद-फरोख्त की राजनीति नहीं की।
“हम दिल्ली की जनता का सम्मान करते हैं, किसी भी विधायक या पार्षद को न तोड़ते हैं, न खरीदते हैं।”
सौरभ भारद्वाज का तंज: दिल्ली में ‘ट्रिपल इंजन’ की सरकार, अब कोई बहाना नहीं
आप प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि:
“बीजेपी सत्ता को लेकर बुरी तरह डेस्पिरेट है। जब एमसीडी का चुनाव होना था, तो जानबूझकर डी-लिमिटेशन कराया गया। फिर भी ‘आप’ को 134 सीटें मिलीं जबकि भाजपा को सिर्फ 104। अब जब उनके पास मेयर की कुर्सी है, तो उन्हें दिल्लीवालों के लिए काम करके दिखाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में अब “ट्रिपल इंजन” की सरकार है—LG, केंद्र और अब MCD—तो जनता के लिए काम करने का पूरा मौका भाजपा के पास है।
बीजेपी का पलटवार: ‘AAP बहुमत खो चुकी है, अब त्याग का नाटक कर रही है’
AAP की इस घोषणा पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा:
“आम आदमी पार्टी जानती है कि उसने नगर निगम में बहुमत खो दिया है। पिछले ढाई साल में प्रशासन और रखरखाव कार्य ठप रहे हैं। अब आप पार्टी ‘त्याग’ का दिखावा कर रही है। हो सकता है आगे चलकर ‘आप’ और कांग्रेस का गठबंधन भी हो।”
निष्कर्ष: राजनीति में बड़ा मोड़ या रणनीतिक चाल?
एमसीडी मेयर चुनाव न लड़ने का आम आदमी पार्टी का फैसला दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह ‘आप’ की नैतिक राजनीति की मिसाल है, या एक रणनीतिक चाल? आने वाले दिनों में इसका असर दिल्ली की जनता और नगर निगम की प्रशासनिक दिशा पर साफ दिखाई देगा।