हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में ANI को दिए इंटरव्यू में विपक्ष और पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से जुड़े सवालों पर खुलकर जवाब दिया। शाह ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर चर्चा करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज भी कुछ नेता यह सोचते हैं कि अगर वे जेल चले भी जाएं तो वहीं से सरकार चला लेंगे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ये लोग जेल को ही मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का घर बना देंगे और वहीं से डीजीपी, मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिव और गृह सचिव को आदेश जारी करेंगे।
अमित शाह से जब धनखड़ के इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि धनखड़ साहब ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है। शाह ने कहा कि धनखड़ के इस्तीफे के पत्र में सब कुछ साफ-साफ लिखा गया है। उन्होंने न केवल अपने स्वास्थ्य का जिक्र किया है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमाम मंत्रियों को शुभकामनाएं भी दी हैं।
जब पत्रकार ने पूछा कि क्या सरकार की तरफ से उन पर इस्तीफे के लिए दबाव डाला गया था, तो अमित शाह ने इसे पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की अफवाहों का कोई आधार नहीं है। धनखड़ का इस्तीफा केवल स्वास्थ्य कारणों से जुड़ा निर्णय है।
इसके अलावा जब यह सवाल उठा कि क्या धनखड़ हाउस अरेस्ट में हैं या उन्होंने सरकार गिराने की कोशिश की थी, तो शाह ने हंसते हुए इस बात को नकार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें बेबुनियाद हैं और विपक्ष केवल भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है।
इस इंटरव्यू में शाह ने विपक्ष के उस रवैये की भी आलोचना की, जिसमें वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर करने की कोशिश करते दिखते हैं। उन्होंने दोहराया कि भारतीय लोकतंत्र में केवल जनता की राय ही सर्वोपरि है और किसी भी तरह की गलतफहमी या भ्रम फैलाने से विपक्ष को कोई लाभ नहीं मिलेगा।
कुल मिलाकर, अमित शाह ने यह साफ कर दिया कि जगदीप धनखड़ का इस्तीफा पूरी तरह स्वास्थ्य कारणों से हुआ है और इसके पीछे किसी राजनीतिक दबाव या “सरकार गिराने की कोशिश” जैसी बातों का कोई सच नहीं है।