हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 14अप्रैल: 2025,
“भारतीय संविधान के जनक” डॉ. भीमराव आंबेडकर का जीवन और उनके विचार आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। 14 अप्रैल को मनाई जाने वाली उनकी जयंती हर भारतीय के लिए विशेष महत्व रखती है। एक महान विचारक, समाज सुधारक और संविधान निर्माता के रूप में उन्होंने समाज में समानता और शिक्षा को बढ़ावा दिया। उनके जीवन का संघर्ष और विचार हमें शिक्षा, स्वतंत्रता और मानवता के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। आइए, उनके 20 प्रेरणादायक कोट्स को विस्तार से देखें, जो आपको सफलता और शिक्षा के प्रति जोश से भर देंगे।
1. स्वतंत्रता का सही अर्थ
“स्वतंत्रता का अर्थ यह नहीं कि आप जो चाहे करें, बल्कि इसका अर्थ है कि आप वही करें जो सही है।”
यह कोट हमें सिखाता है कि स्वतंत्रता का मतलब केवल मनमानी नहीं, बल्कि नैतिकता और जिम्मेदारी के साथ जीना है।
2. राष्ट्रीय एकता
“हम सबसे पहले और अंत तक, भारतीय हैं।”
आंबेडकर जी ने राष्ट्रीय एकता पर जोर देते हुए हमें अपनी भारतीयता को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा दी।
3. शिक्षा: दुनिया बदलने का हथियार
“शिक्षा वह शस्त्र है जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं।”
उन्होंने शिक्षा को सबसे शक्तिशाली उपकरण माना, जो समाज और व्यक्ति को सशक्त बनाता है।
4. संघर्ष का महत्व
“किसी का भी इतिहास बिना संघर्ष के नहीं लिखा जाता।”
यह कोट हमें बताता है कि सफलता के लिए मेहनत और संघर्ष अनिवार्य हैं।
5. सामाजिक स्वतंत्रता की जरूरत
“जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं प्राप्त कर लेते, कानून द्वारा दी गई स्वतंत्रता आपके किसी काम की नहीं।”
आंबेडकर जी ने सामाजिक समानता के बिना कानूनी स्वतंत्रता को अधूरा बताया।
6. शिक्षा की ताकत
“शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो पीएगा दहाड़ेगा।”
यह कोट शिक्षा की शक्ति को दर्शाता है, जो व्यक्ति को न केवल सशक्त बनाती है, बल्कि समाज में उसकी आवाज को बुलंद करती है।
7. जीवन का उद्देश्य
“जीवन लंबा नहीं, महान होना चाहिए।”
आंबेडकर जी ने हमें मात्र लंबा जीने के बजाय समाज के लिए कुछ बड़ा करने की प्रेरणा दी।
8. अवसर की समानता
“हर व्यक्ति को यह अवसर मिलना चाहिए कि वह जो बनना चाहता है, बन सके।”
उन्होंने हर व्यक्ति के लिए समान अवसरों की वकालत की।
9. एकजुट भारत
“अगर हम एक संयुक्त एकजुट भारत चाहते हैं, तो सभी को समानता का अधिकार देना होगा।”
यह कोट भारत की एकता के लिए समानता के महत्व को रेखांकित करता है।
10. संविधान का महत्व
“संविधान केवल एक वकीलों का दस्तावेज नहीं है, यह जीवन का एक माध्यम है।”
आंबेडकर जी ने संविधान को केवल कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने का रास्ता बताया।
11. शिक्षा, संगठन और संघर्ष
“शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो।”
यह उनका प्रसिद्ध मंत्र है, जो हमें प्रगति के लिए तीन आवश्यक कदम सिखाता है।
12. समाज की सेवा
“एक महान व्यक्ति एक प्रतिष्ठित व्यक्ति से इस तरह से भिन्न होता है कि वह समाज का सेवक होता है।”
यह कोट महानता को समाज सेवा से जोड़ता है।
13. उदासीनता का खतरा
“उदासीनता सबसे खतरनाक बीमारी है जो लोगों को प्रभावित कर सकती है।”
आंबेडकर जी ने समाज के प्रति उदासीन रवैये को सबसे बड़ा खतरा माना।
14. शिक्षा सर्वोपरि
“इस पूरी दुनिया में गरीब वही है, जो शिक्षित नहीं है, इसलिए आधी रोटी खा लेना, लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाना।”
यह कोट शिक्षा को गरीबी उन्मूलन का सबसे बड़ा हथियार बताता है।
15. युवाओं की जिम्मेदारी
“देश के विकास के लिए नौजवानों को आगे आना चाहिए।”
उन्होंने युवाओं को देश की प्रगति का नेतृत्व करने के लिए प्रेरित किया।
16. ज्ञान का महत्व
“ज्ञान ही हर मनुष्य के जीवन का आधार है।”
आंबेडकर जी ने ज्ञान को जीवन की नींव माना।
17. बुद्धि का विकास
“बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।”
यह कोट मानव जीवन के उच्चतम उद्देश्य को दर्शाता है।
18. महिलाओं के लिए शिक्षा
“शिक्षा जितनी पुरुषों के लिए आवश्यक है, उतनी ही महिलाओं के लिए भी।”
आंबेडकर जी ने लैंगिक समानता के लिए शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
19. अच्छाई का जीवन
“अच्छा दिखने के लिए मत जिओ बल्कि अच्छा बनने के लिए जियो।”
यह कोट हमें बाहरी दिखावे के बजाय आंतरिक गुणों पर ध्यान देने की सलाह देता है।
20. मानवता सर्वोपरि
“मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं।”
आंबेडकर जी ने मानवता को हर धर्म और विचारधारा से ऊपर रखा।