हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 15अप्रैल: 2025,
नई दिल्ली – कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुश्किलें नेशनल हेराल्ड मामले में लगातार बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में दोनों नेताओं के खिलाफ पहली बार आरोपपत्र (चार्जशीट) दाखिल किया है। यह आरोपपत्र दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा और सुमन दुबे सहित अन्य नाम भी शामिल हैं।
विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने बताया कि आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के विषय में अगली सुनवाई 25 अप्रैल, 2025 को होगी। इस दौरान ईडी और जांच अधिकारी के वकील केस डायरी भी अदालत में प्रस्तुत करेंगे।
ED की जांच और संपत्तियों की जब्ती
ईडी ने पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) की धाराओं 44 और 45 के तहत यह मामला दर्ज किया है। इससे पहले ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जुड़ी संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी थी। अब तक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) की कुल 751.9 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं।
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना 1938 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। यह अखबार एजेएल द्वारा प्रकाशित होता था और स्वतंत्रता संग्राम की आवाज माना जाता था। वर्ष 2008 में वित्तीय तंगी के कारण इसका प्रकाशन बंद हो गया। 2010 में यंग इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी की 38-38% हिस्सेदारी है।
2012 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि यंग इंडिया ने एजेएल की 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को मात्र 50 लाख रुपये में हासिल कर लिया। उन्होंने इसे धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बताया।