हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:25 जुलाई 2025
अलीगढ़,
क्वार्सी थाना क्षेत्र के एक नमकीन कारोबारी पंकज भारद्वाज को उनकी पूर्व प्रेमिका मनीषा सिंह ने अपने साथी क्षितिज उर्फ नक्स शर्मा के साथ मिलकर हनी ट्रैप में फंसा लिया। दोनों ने कारोबारी को मथुरा बुलाकर होटल में शारीरिक संबंध बनाए और मोबाइल चार्जर में छुपे कैमरे से वीडियो बना ली। इसके बाद ब्लैकमेल करते हुए पहले पांच लाख और फिर सात लाख रुपये की मांग की गई। धमकी दी गई कि रकम न देने पर वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा। पुलिस ने मामले में मनीषा और क्षितिज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हनी ट्रैप की योजना
पंकज भारद्वाज ने एसपी सिटी को शिकायत में बताया कि मनीषा पूर्व में उनके पड़ोस में रहती थी और करीब दो साल पहले उनके संपर्क में थी। 18 जून को मनीषा ने व्हाट्सएप पर फिर संपर्क किया और बार-बार मसूरी, पुष्कर, जयपुर जैसी जगहों पर मिलने का प्रस्ताव देने लगी। 28 जून को उसने मथुरा के कंचन रेजीडेंसी होटल में बुलाया, जहां पहले से चार्जर कैमरा सेट किया गया था। मनीषा ने पंकज को अपने प्रभाव में लेकर शारीरिक संबंध बनाए, जबकि उसका साथी क्षितिज दूसरे कमरे में बैठकर लैपटॉप से वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था।
वीडियो भेजकर शुरू किया ब्लैकमेल
29 जून को वीडियो बना और 30 जून की शाम 7:07 बजे कारोबारी को एक अज्ञात नंबर से वीडियो भेजी गई। पहले पांच लाख रुपये मांगे गए, फिर गालीगलौज के बाद सात लाख की मांग की गई। मनीषा ने खुद तीन जुलाई की रात पंकज के घर आकर कहा कि वीडियो बनाने वाले को पैसे दे दो, और साथ ही 40 हजार रुपये भी ले लिए।
कारोबारी की पत्नी और भाई को भी भेजा वीडियो
जब कारोबारी ने ब्लैकमेलिंग से बचने के लिए नंबर ब्लॉक कर दिया तो वीडियो उसकी पत्नी कुसुम शर्मा और भाई लोकेश भारद्वाज को भी भेज दी गई, जिससे पारिवारिक तनाव बढ़ गया। जब पंकज ने मनीषा से पूछताछ की तो उसने अनजान बनने की कोशिश की और पुलिस कार्रवाई से बचने को कहा।
जांच में सामने आया पूरा षड्यंत्र
सीओ तृतीय सर्वम सिंह ने बताया कि सर्विलांस और सीडीआर जांच से पता चला कि क्षितिज ने मनीषा के साथ मिलकर पूरा षड्यंत्र रचा। दोनों ने दिल्ली से कैमरा खरीदा था और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए होटल में दो कमरे बुक किए। होटल में वाई-फाई की सुविधा देखी गई ताकि कैमरा आसानी से लैपटॉप से जोड़ा जा सके।
आरोपियों की पृष्ठभूमि
मनीषा मूल रूप से हाथरस की रहने वाली है और मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर मुंबई, बहरीन और दुबई में काम कर चुकी है। फिलहाल वह बेरोजगार है। क्षितिज बीटेक पास है। दोनों की यह पहली घटना थी और यदि सफल रहते तो अन्य लोगों को भी हनी ट्रैप में फंसाने की योजना थी। आरोपियों ने ब्लैकमेलिंग से जुड़े सभी चैट्स और मैसेज डिलीट कर दिए थे, लेकिन पीड़ित ने स्क्रीनशॉट सुरक्षित रखे थे।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने मोबाइल, लैपटॉप और अन्य सबूतों के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला हनी ट्रैप के नाम पर हो रही ब्लैकमेलिंग की गंभीर साजिश को उजागर करता है। पुलिस ने अन्य संभावित पीड़ितों से भी सतर्क रहने की अपील की है।