हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 6 मई : 2025,आगरा
आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र में रविवार दोपहर एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक 18 वर्षीय युवती पूनम की अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिरकर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
घटना संस्कृति अपार्टमेंट, पश्चिमपुरी की है। मृतका पूनम, मूल रूप से डौकी के रामनगर की निवासी थी और शास्त्रीपुरम में अपने माता-पिता और दो बहन-भाई के साथ किराये पर रहती थी। पूनम और उसकी छोटी बहन शिवानी अपार्टमेंट में घरेलू सहायिका का काम करती थीं।
रविवार दोपहर करीब 12:30 बजे दोनों अपार्टमेंट पहुंचीं। शिवानी लिफ्ट से ऊपर चली गई जबकि पूनम रजिस्टर में एंट्री कर रही थी। कुछ ही देर बाद शोर सुनकर शिवानी बाहर आई तो देखा कि पूनम खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी।
मदद नहीं मिली, तड़पती रही पूनम
शिवानी ने बताया कि उसकी बहन काफी देर तक तड़पती रही लेकिन अपार्टमेंट के किसी भी व्यक्ति ने मदद नहीं की। लोग केवल झांकते रहे, लेकिन किसी ने न तो पुलिस को सूचना दी और न ही प्राथमिक उपचार दिया। खुद शिवानी ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।
करीब 15 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस भी करीब आधे घंटे की देरी से पहुंची। जब तक पूनम को एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजन बोले—यह आत्महत्या नहीं, हत्या है
पूनम के पिता वीरू का कहना है कि उनकी बेटी आत्मघाती कदम नहीं उठा सकती। उन्होंने बताया कि पूनम जिस फ्लैट में काम करती थी, वहां से वह काम छोड़ना चाहती थी लेकिन फ्लैट मालकिन ने एक और महीने तक काम करने का दबाव डाला था और पैसे न देने की धमकी दी थी। इसके चलते वह मजबूरी में काम पर गई थी।
परिजनों का आरोप है कि लिफ्ट में उसके साथ कुछ हुआ और फिर उसे छत से धक्का दिया गया। पुलिस एक युवक पर शक की जांच कर रही है।
जांच के घेरे में अपार्टमेंट और लिफ्ट
- सवाल उठ रहे हैं कि अपार्टमेंट की लिफ्ट और चौथी मंजिल तक की CCTV फुटेज की जांच क्यों नहीं हुई?
- क्या लिफ्ट में उस वक्त कोई और मौजूद था?
- अपार्टमेंट में उस समय कौन-कौन आया और गया, उसकी जांच क्यों लंबित है?
एसीपी हरीपर्वत विनायक भोसले ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। एक युवक पर आरोप लगाए गए हैं, उससे पूछताछ की जा रही है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
गौरतलब है कि करीब दो साल पहले खंदारी क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में भी इसी तरह की घटना हुई थी। वहां भी एक किशोरी फ्लैट में काम करने गई थी और छत से गिरने से उसकी मौत हो गई थी। उस मामले में भी परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताई थी, लेकिन आज तक सच्चाई सामने नहीं आई।
शिवानी का दर्द: ‘अगर समय रहते मदद मिलती, तो बहन आज जिंदा होती’
पूनम की बहन शिवानी सदमे में है। उसका कहना है कि अगर आसपास के लोग समय पर मदद करते, पुलिस और एंबुलेंस जल्दी आती, तो शायद उसकी बहन की जान बचाई जा सकती थी। वह अपनी बहन के खून से लथपथ शरीर को दुपट्टे से साफ करती रही और मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली।
सवालों के घेरे में अपार्टमेंट सुरक्षा व्यवस्था
पूनम की मौत ने अपार्टमेंट की सुरक्षा और मानवीय संवेदनाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या अपार्टमेंट प्रबंधन ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए थे? क्या लोगों में मदद की भावना खत्म होती जा रही है?

















