हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ शुक्रवार 6 जून 2025
मेरठ। ईद-उल-अजहा पर्व को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चार प्रमुख जिलों—मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़—में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है, वहीं किसी भी प्रकार की अफवाह या कानून व्यवस्था भंग करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि चारों जिलों में 487 ईदगाह और 981 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी। इनमें मेरठ में 164 ईदगाह और 515 मस्जिदें, बुलंदशहर में 171 ईदगाह और 213 मस्जिदें, बागपत में 68 ईदगाह और 205 मस्जिदें, जबकि हापुड़ में 84 ईदगाह और 48 मस्जिदें शामिल हैं।
84 स्थान संवेदनशील घोषित
कुल 84 स्थानों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है, जिनमें मेरठ के 21, बुलंदशहर के 43, बागपत के 5 और हापुड़ के 15 स्थान शामिल हैं। सभी जिलों को 27 जोन और 100 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।
त्योहार पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जिसमें शामिल हैं:
- 8 एएसपी
- 25 सीओ
- 95 इंस्पेक्टर
- 820 दरोगा
- 1250 हेड कांस्टेबल
- 1635 कांस्टेबल
- 1005 होमगार्ड व पीआरडी जवान
- 2 कंपनी पीएसी
इसके अलावा, 49 क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) भी सक्रिय रहेगी।
कुर्बानी और नमाज को लेकर दिशा-निर्देश
डीआईजी नैथानी ने स्पष्ट किया कि खुले स्थानों पर कुर्बानी और सड़क पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं होगी। संरक्षित पशुओं की कुर्बानी पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। संबंधित थाना और चौकी प्रभारी की जिम्मेदारी तय की गई है कि परंपराओं के विपरीत कोई गतिविधि न हो।
ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी
संवेदनशील क्षेत्रों और प्रमुख मार्गों पर ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। यूपी 112 के वाहनों का रूट मैप तैयार कर लिया गया है, ताकि आवश्यकतानुसार तत्काल कार्रवाई की जा सके।
सोशल मीडिया पर नजर
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया सेल को सतर्क किया गया है और निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी भ्रामक या झूठी सूचना का तत्काल खंडन किया जाए।
धार्मिक स्थलों की नियमित जांच
सभी जिलों के कप्तानों को निर्देश दिए गए हैं कि धार्मिक स्थलों की निगरानी, विशेष रूप से रात के समय की जाए और सुबह नियमित चेकिंग की व्यवस्था हो।