हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 26 अप्रैल: 2025,
आगरा नगर निगम शहर की सुंदरता और पैदल यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से चार प्रमुख मार्गों को ग्रीन रोड के रूप में विकसित करने जा रहा है। इस परियोजना पर कुल 224.48 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ग्रीन रोड का उद्देश्य आधुनिक सुविधाओं से लैस, पर्यावरण के अनुकूल और सुलभ रास्तों का निर्माण करना है।
ग्रीन रोड में मिलेंगी ये सुविधाएं:
- बोलार्ड लाइट्स लगाई जाएंगी, जिससे रास्ता रोशन रहेगा और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
- बैठने के लिए बेंच लगेंगी ताकि राहगीर थकान के समय विश्राम कर सकें।
- सुंदर फुटपाथ बनाए जाएंगे जिन पर इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जाएंगी।
- पाथवे के नीचे पानी, गैस और बिजली की लाइन के लिए डक्ट बनाए जाएंगे ताकि भविष्य में सड़क को खोदे बिना सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
नगर निगम ने इन मार्गों को किया चिह्नित:
- टेढ़ी बगिया से शाहदरा तक (कालिंदी विहार मार्ग) – ₹61.34 करोड़
- हरीपर्वत से दिल्ली गेट और मदिया कटरा तक – ₹25.7 करोड़
- इंद्रापुरम तिराहा से अमर होटल होते हुए राजपुर चुंगी तक – ₹74 करोड़
- सुभाष पार्क से मारुति एस्टेट तक – ₹64.7 करोड़
हर मार्ग के लिए अलग बजट निर्धारित किया गया है। नगर निगम के मुख्य अभियंता बी.एल. गुप्ता के अनुसार, टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और मई 2025 तक पूरी कर ली जाएगी।
अतिक्रमण बना सबसे बड़ी चुनौती
इन मार्गों पर अतिक्रमण ग्रीन रोड परियोजना के लिए सबसे बड़ी बाधा बनकर उभरा है:
- हरीपर्वत से मदिया कटरा मार्ग पर दुकानदारों द्वारा सामान सड़क पर रखा जाता है और ठेलों की भरमार है।
- कालिंदी विहार मार्ग पर दोनों ओर खोखे और ठेले खड़े रहते हैं।
- इंद्रापुरम व राजपुर चुंगी मार्ग पर भी लोगों ने फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है।
- अस्पताल और लैब संचालकों द्वारा फुटपाथ का उपयोग पार्किंग या अपने सामान रखने के लिए किया जा रहा है।
नगर निगम का प्रवर्तन दल भी अतिक्रमण हटाने में सफल नहीं हो पा रहा है। इस समस्या के समाधान के बिना ग्रीन रोड का सपना अधूरा रह सकता है।