हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 23 मई : 2025
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नीदरलैंड यात्रा के दौरान एक साक्षात्कार में पाकिस्तान और आतंकवाद पर भारत की नीति को लेकर बेहद सख्त और स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने दो टूक कहा कि अगर पाकिस्तान से एक और आतंकवादी हमला होता है, तो भारत आतंकवादियों पर उसी स्थान पर हमला करेगा, जहां वे मौजूद हैं। यही कारण है कि “ऑपरेशन सिंदूर” अभी भी समाप्त नहीं हुआ है।
आतंकवाद पर भारत का स्पष्ट रुख
एस. जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकवाद का “निश्चित रूप से अंत” चाहता है। उन्होंने यह बात अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में कही, जिसमें सुरक्षाबलों पर हमला किया गया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ऐसे किसी भी आतंकी हमले का कड़ा जवाब देगा, और जरूरत पड़ी तो फिर से पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।
पाकिस्तान में खुलेआम सक्रिय हैं आतंकवादी
विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध सूची में शामिल आतंकवादियों का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी ‘सबसे कुख्यात’ आतंकी पाकिस्तान में ही मौजूद हैं और वहां के बड़े शहरों में खुलेआम घूमते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन आतंकियों को पाकिस्तान सरकार और सेना का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा, “सरकार इसमें शामिल है और सेना पूरी तरह से शामिल है।”
ऑपरेशन सिंदूर: एक सटीक जवाब
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद भारत ने 6 और 7 मई की दरम्यानी रात को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8 से 10 मई के बीच भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारत-पाक सीधी बातचीत से संघर्षविराम
जयशंकर ने इस बात का खुलासा भी किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की सहमति सीधे संवाद के जरिए बनी, जिसमें किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को भी पीछे छोड़ दिया कि अमेरिका ने संघर्षविराम में कोई भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान को लड़ाई बंद करनी थी, तो उन्हें खुद हमसे संपर्क करना था और उन्होंने किया भी। उनके जनरल ने हमारे जनरल को कॉल कर संघर्षविराम की बात कही।”
स्पष्ट संदेश: फिर हमला हुआ तो फिर से जवाब मिलेगा
जयशंकर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को जारी रखने के पीछे यही संदेश छिपा है — “अगर फिर से 22 अप्रैल जैसी हरकत होती है, तो उसका जवाब मिलेगा। हम उन पर वहीं प्रहार करेंगे, जहां वे हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि यदि भारत पर हमले जारी रहते हैं तो परिणाम गंभीर होंगे। भारत शांति चाहता है, लेकिन आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
एस. जयशंकर का यह बयान भारत की आतंकवाद के प्रति ‘‘जीरो टॉलरेंस’’ नीति की पुष्टि करता है। पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी गई है कि भारत किसी भी कीमत पर अपने नागरिकों और जवानों पर हमला बर्दाश्त नहीं करेगा और हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा। ऑपरेशन सिंदूर भारत के दृढ़ संकल्प का उदाहरण है कि अब आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई सीमाओं में बंधी नहीं रहेगी।