हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) और सिस्को ने डिजिटल स्किल्स एवं एम्प्लॉयबिलिटी को मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन किया। यह एमओयू इग्नू के 40वें फाउंडेशन डे के अवसर पर इग्नू हेडक्वार्टर, नई दिल्ली में एक्सचेंज किया गया। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर पीटर स्कॉट, प्रेसिडेंट और सीईओ, कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग (वैंकूवर, कनाडा), इग्नू की वाइस चांसलर प्रोफेसर उमा कांजीलाल, वरिष्ठ अधिकारी, फैकल्टी मेंबर्स और आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे।
इस पार्टनरशिप का मुख्य उद्देश्य देशभर में डिजिटल स्किल्स को बढ़ावा देना और युवाओं को रोजगार एवं नई तकनीकों के अनुकूल बनाना है। इस सहयोग के तहत इग्नू और सिस्को मिलकर इग्नू में “सिस्को नेटएकैड सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” स्थापित करेंगे। इसके माध्यम से नेटवर्किंग, साइबर सिक्योरिटी और उभरती हुई तकनीकों पर इंडस्ट्री-रेडी ट्रेनिंग प्रोग्राम विकसित किए जाएंगे। साथ ही, नए लर्निंग पाथवे प्रदान किए जाएंगे, जिससे शिक्षार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल लर्निंग तक बेहतर पहुंच मिल सके।
इग्नू की वाइस चांसलर प्रोफेसर उमा कांजीलाल ने कहा कि यह साझेदारी हर शिक्षार्थी तक ज्ञान पहुंचाने के इग्नू के मिशन को नई ऊर्जा देगी। सिस्को के साथ मिलकर इग्नू ऐसे प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है जो छात्रों को भविष्य की डिजिटल दुनिया के लिए जरूरी कौशल प्रदान करेंगे। यह कदम शिक्षा को अधिक समावेशी, लचीला और रोजगारपरक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र अलीगढ़ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अजय वर्धन आचार्य ने बताया कि यह सहयोग पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ जनपदों में कौशल विकास, रोजगार, स्वरोजगार, नवाचार और डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाएगा। यह “विकसित भारत 2047” और “विकसित उत्तर प्रदेश 2047” के लक्ष्य को गति प्रदान करने वाला कदम है।
इस एमओयू से इग्नू के विशाल शिक्षार्थी नेटवर्क को लाभ मिलेगा और डिजिटल इकॉनमी की मांगों के अनुरूप एक मजबूत टैलेंट पाइपलाइन तैयार होने की उम्मीद है।















