अलीगढ़, 22 दिसंबर 2025 :
जिले में औद्योगिक विकास को गति देने और उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में जिला उद्योग बंधु की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, निवेश प्रोत्साहन और उद्यमियों के अनुकूल वातावरण तैयार करने पर विशेष फोकस किया गया।
उद्यमी समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि उद्यमियों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, आधारभूत ढांचे का विकास और निवेश के लिए सकारात्मक माहौल बनाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश
बैठक में ताला नगरी औद्योगिक क्षेत्र में 132 केवीए विद्युत उपकेंद्र स्थापना पर चर्चा हुई। विद्युत विभाग ने बताया कि प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। जिलाधिकारी ने शीघ्र स्वीकृति लेकर कार्य प्रारंभ कराने पर बल दिया। उद्यमियों द्वारा बार-बार विद्युत ट्रिपिंग की समस्या उठाने पर निर्देश दिए गए कि सभी औद्योगिक इकाइयों में सर्किट ब्रेकर अनिवार्य रूप से लगाए जाएं। साथ ही विद्युत अधिकारियों को मोबाइल कॉल हर हाल में अटेंड करने या कॉल बैक करने के निर्देश दिए गए।
रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा
अप्रेंटिसशिप अधिनियम के अंतर्गत आईटीआई प्रधानाचार्य ने बताया कि अब तक 483 प्रशिक्षुओं को विभिन्न विभागों में नियोजित किया गया है, जिनमें 90 प्रशिक्षु ग्रामीण विद्युत क्षेत्रों में कार्यरत हैं। जिलाधिकारी ने इसे रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
यातायात, निवेश और आधारभूत ढांचा
ताला नगरी चौराहे पर यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए होमगार्ड की संख्या बढ़ाने और स्पीड लिमिट बोर्ड लगाने की जानकारी दी गई। निवेश मित्र पोर्टल पर लंबित 170 आवेदनों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए गए। जीटी रोड स्थित प्लेज पार्क में भूखंड आवंटन प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी भी साझा की गई।
पर्यावरण संतुलन पर जोर
रामघाट रोड चौड़ीकरण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्रीन बेल्ट के पेड़ों को सुरक्षित रखते हुए केवल आवश्यक पेड़ों का ही कटान किया जाए। साथ ही नवीन औद्योगिक आस्थान ख्यमाई में शीघ्र विद्युत लाइन विकसित करने के आदेश दिए गए।
बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारी और औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।













